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नई दिल्ली

एनडीए के झगड़े उभरेंगे, तब बढ़ेंगे ‘इंडिया’ के कदम

-सरकार बनाने की कोशिश से पीछे हटने की कहानी

-मोदी के आंध्र और बिहार से वादे और टीडीपी जेडीयू के भाजपा से विरोधाभास को उभारने में लगी कांग्रेस

नई दिल्लीJun 07, 2024 / 12:27 pm

Shadab Ahmed

शादाब अहमद

नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव नतीजों से कांग्रेस समेत इंडिया गठबंधन के दल उत्साहित जरूर है, लेकिन जल्दबाजी में नहीं है। सियासी और आंकड़ों की गणित को भली भांति समझते हुए इंडिया गठबंधन से सहजता से सरकार बनाने से कदम पीछे हटाए हैं। साथ ही रणनीति बनाई है कि एनडीए में शामिल दलों के झगड़े उभरने तक इंतजार किया जाएगा, जिसके बाद सही समय पर कदम उठाए जाएंगे।
दरअसल, कांग्रेस के 99 समेत इंडिया गठबंधन के पास 234 सांसद है। यह बहुमत से काफी दूर है। वहीं जेडीयू और टीडीपी ने एनडीए में शामिल होकर चुनाव लड़ा, जिसकी वजह से एनडीए 293 के आंकड़ें को छु रहा है। फिलहाल दोनों ही दलों के पास एनडीए से बाहर निकलने का कोई कारण नहीं है। इस सच्चाई को भांपते हुए कांग्रेस नेताओं ने इंडिया गठबंधन की पहली बैठक में अपने सहयोगी दलों को समझाया कि यह भी तय है कि मंत्रालयों के साथ कई मुद्दों को लेकर टीडीपी व जेडीयू का भाजपा से टकराव होगा। इस टकराव की आहट बाहर आने तक इंडिया गठबंधन के दलों को संयत बरतना होगा।

विवाद उभारने के प्रयास

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश समेत कई दलों के कई नेताओं ने एनडीए में शामिल दलों के बीच टकराव उभारने के लिए पुराने मुद्दों को जमकर उछालना शुरू कर दिया है। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोनों राज्यों से विशेष राज्य का दर्जा देने के वादे, चंद्रबाबू और नीतीश को लेकर दिए बयानों के वीडियो भी शामिल है। जयराम ने सोशल मीडिया पर गुरुवार को भी इस तरह को कई पोस्ट की है। वहीं कांग्रेस के हैंडल से मीम वाले वीडियो पोस्ट किए हैं।

खरगे के उचित समय पर उचित कदम के मायने

कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार रात को नपा तुला बयान दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा को शासन से रोकने के लिए उचित समय पर उचित कदम उठाएंगे। इस बयान के साफ संकेत हैं कि एनडीए में भीतरी टकराव होने तक का इंतजार किया जाएगा।

तीसरी कसम लेने तो दीजिए: राउत

शिवसेना उद्धव के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि मोदी की सरकार नहीं बनेगी और बनी भी तो टिकेगी नहीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुजुर्ग नेता हैं। वो भगवान के ‘अवतार’ हैं। काशी पुत्र, गंगा पुत्र हैं। उनके पास बहुमत नहीं है, फिर भी उनका आंकड़ा बड़ा है। इसलिए हमने कहा कि पहले आप उनके बाद हम। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में सरकार बनाने का जो दावा पेश किया है। उन्हें तीसरी ‘कसम’ लेने दीजिए। तीसरी कसम के बाद चौथी कसम के बारे में हम सोच लेंगे तीसरी कसम के बाद चौथी कसम की बात आएगी

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