अहमदाबाद के चिकित्सक डॉ. मनीष महेश्वरी के अनुसार देश में उच्च रक्तचाप को नियंत्रण के प्रयासों के बावजूद महज 12 फीसदी लोगों को ही सफलता मिल पाती है। अनियंत्रित रक्तचाप गंभीर रोगों को बुलावा देता है जो मृत्यु का बड़ा कारण है। इस समस्या से होने वाले रोग और उनकी रोकथाम को लेकर बहुत अधिक जागरूकता की जरूरत है। भारत सरकार की ओर से शुरू की गई इंडियन हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव (आईएचसीआई) से भी हाइपरटेंशन मैनेजमेंट के संबंध में जागरूकता बढ़ रही है, लेकिन इसे और बढ़ाने की जरूरत है। रक्तचाप की यह समस्या देश में बड़ी चुनौतियों में से एक है।
25 वर्ष की आयु के बाद चेक कराएं
रक्तचापअहमदाबाद के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. प्रवीण गर्ग के अनुसार पहले 40 की आयु के बाद ही रक्तचाप जैसी समस्या देखने को मिलती थी लेकिन आज के समय में कम आयु में भी यह पाया जा रहा है। बदलती जीवनशैली के चलते ऐसा हो रहा है। उनका कहना है कि 25 वर्ष की आयु के बाद लोगों को कभी-कभार ब्लड प्रेशर चेक कराना चाहिए ताकि समय से नियंत्रण किया जा सके। रक्तचाप यदि नियंत्रण में नहीं रहता है तो शरीर कई बीमारियों का घर बन जाता है। जीवनशैली में कुछ बदलाव कर इस समस्या को नियंत्रण में रखना संभव है। जरूरत होने पर दवाई भी शुरू की जा सकती है। बढ़ती वैश्विक समस्या के निराकरण के लिए समय-समय पर ब्लड प्रेशर की जांच करानी चाहिए।
कैसे करें नियंत्रण
रक्तचाप को नियंत्रण करने में खानपान का अहम योगदान है। इसमें स्वस्थ आहार लेना चाहिए जिसमें वसा और नमक कम हो, साथ ही फल और सब्जियां अधिक हों। शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। शरीर का वजन ज्यादा है तो कम करना चाहिए और धूम्रपान त्यागना चाहिए। नियमित रूप से व्यायाम जरूरी है। तनाव में रहने वाले लोगों को स्ट्रेस मैनेजमेंट का सहारा लेना चाहिए। नींद भी पर्याप्त लेनी चाहिए।