इस अवसर पर संत सरजूदास महाराज ने कहा कि बीकानेर अपनी अनूठी परंपराओं के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। बीकानेर की एक अलग संस्कृति है और सनातन धर्म को अंगीकार करते हुए उत्सव व मेले आयोजित होते है। उन्होंने कहा कि मेरा बीकानेर से गहरा लगाव है। विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि 50 सालों तक लगातार मेला आयोजित करना बहुत बड़ी बात है । भागवताचार्य डॉ. गोपाल नारायण व्यास ने वेदों व शास्त्रों में नृसिंह प्राकट्य महोत्सव की विस्तार से जानकारी दी। समारोह में पंडित जुगल किशोर ओझा, डॉ. गोपाल नारायण व्यास, चंद्रेश हर्ष, राजकुमार किराडू,गोकुल दास जोशी रूप किशोर व्यास अतिथि रूप में मौजूद थे।
मेला कमेटियों व कलाकारों का सम्मान श्री नृसिंह महोत्सव स्वर्ण जयंती समारोह समिति के संयोजक रामकुमार पुरोहित के अनुसार समारोह में नृसिंह चतुर्दशी के दिन शहर में अनेक स्थानों पर होने वाले नृसिंह मेला कमेटियों का भी सम्मान किया गया। इस दौरान डागा चौक, लखोटियों का चौक, नत्थूसर गेट, गोगागेट गायत्री मंदिर, दम्माणी चौक, नथानियों की सराय, रघुनाथ मंदिर, दुजारियों की गली आदि कमेटियों के पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं लालाणी व्यास चौक मेले में पिछले पचास वर्षों में भगवान नृसिंह, हिरण्यकश्यप,भक्त प्रहलाद की भूमिका निभाने वाले कलाकारों का भी सम्मान किया गया।