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एक डिब्बा पानी के लिए दो से तीन किमी का चक्कर लगा रहे शहरवासी, तब भी नसीब नहीं हो रहा पानी

शहर में पेयजल संकट गहराया: कहीं-कहीं बन रहे विवाद के हालात पन्ना. बोर सूख गया है और हवा उगल रहा है। तालाब की काफी दूर है और रास्ता ठीक नहीं है। नल कनेक्शन है, लेकिन घर तक पानी पहुंच ही नहीं पाता। ऐसे में पानी के लिए रोजाना दो से तीन किलोमीटर बोर तक जाना […]

पन्नाJun 07, 2024 / 07:37 pm

Anil singh kushwah

एक डिब्बा पानी के लिए घंटों इंतजार करना और भटकना पड़ रहा है।

एक डिब्बा पानी के लिए घंटों इंतजार करना और भटकना पड़ रहा है।

शहर में पेयजल संकट गहराया: कहीं-कहीं बन रहे विवाद के हालात

पन्ना. बोर सूख गया है और हवा उगल रहा है। तालाब की काफी दूर है और रास्ता ठीक नहीं है। नल कनेक्शन है, लेकिन घर तक पानी पहुंच ही नहीं पाता। ऐसे में पानी के लिए रोजाना दो से तीन किलोमीटर बोर तक जाना पड़ता है। वहां घंटों इंतजार के बाद नंबर आता है। भीषण गर्मी में पानी के संकट से अकेले नारंगी बाग के रहने वाले राहुल कुशवाहा नहीं जूझ रहे हैं। शहर के अधिकांश मोहल्लों का कमोवेश ऐसा ही हाल है। इंद्रपुरी कॉलोनी निवासी एड करण ङ्क्षसह ने बताया, घर पर नल कनेक्शन है। आगे की ओर लोग मोटर लगा लेते हैं, इससे हमारे घरों तक पानी पहुंच हीं नहीं पाता। घर के पास सार्वजनिक बोर है, जहां 24 घंटे भीड़ लगी रहती है। एक बाल्टी पानी के लिए तपती दोपहर में घंटों इंतजार करना पड़ता है। भीषण गर्मी में पानी का प्रबंध करना बड़ी चुनौती है।
नपा में जुड़ेे वार्डों में समस्या ज्यादा
नगर पालिका चुनाव के ठीक पहले वर्ष 2022 में पुरुषोत्तमपुर, जनकपुर, कुंजवन, गहरा और पुराना पन्ना को नपा क्षेत्र में शामिल किया गया था। इन क्षेत्रों में नगर पालिका में जुडऩे के बाद भी सड़क, पानी और बिजली की समस्या जस की तस है। लोगों ने कहा, नगर पालिका में जुडने के बाद भी प्राथमिक सुविधाओं को मोहताज हैं। पाइप लाइन का विस्तार नहीं होने से भीषण गर्मी में पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। समस्याओं के निराकरण के गंभीरता से प्रयास तक नहीं किए जा रहे।
अधिकारी-जनप्रतिनिधि कर रहे अनदेखा
रहवासियों ने कहा, गर्मी के साथ जलसंकट बढ़ता जा रहा है, लोगों को मुश्किल से पेयजल उपलब्ध हो पा रहा है। एक बाल्टी पानी के लिए जद्दोजहद करना पड़ रहा है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों समेत नगर पालिका के अधिकारियों को भी पेयजल संकट की जानकारी है लेकिन समस्या का निराकरण करना तो दूर प्रयास तक नहीं किए जा रहे हैं। अधिकारियों के रवैये से लोगों में नाराजगी है। यह नाराजगी कभी भी धरना-प्रदर्शन-आंदोलन के रूप में सड़क पर सामने आ सकती है।
दो दिन में 20 से 30 मिनट सप्लाई नाकाफी
शहर में दो दिन में एक बार जलापूर्ति 20 से 30 मिनट मुश्किल से जलापूर्ति की जा रही है। लोगों ने कहा, हमें पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल पा रहा है। पानी के लिए भटकाव का सामना करना पड़ रहा है। भीषण गर्मी में पानी की किल्लत दिनोंदिन बढ़ती ही जा रही है। शहर में बउ़ी संख्या में ऐसे भी परिवार हैं जिनके पास दो दिन तक पानी स्टोर करने का प्रबंध नहीं हैं, ऐसे परिवारों को भीषण गर्मी में पानी का प्रबंध करने मशक्त करना पड़ रहा है।
पन्ना-अजयगढ़ मार्ग
स्थिति: घरों तक पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं। पन्ना-अजयगढ़ मार्ग पर सड़क किनारे लगे नल से लोग पानी भरते हैं। दोपहर के वक्त भी भीड़ लगी रहती है। लोगों ने कहा, स्वास्थ्य की परवाह किए बगैर पानी का प्रबंध करना पड़ रहा है। प्रशासन ध्यान देता ही नहीं।
मोहल्ला- वार्ड क्रमांक-12
स्थिति: मोहल्ले में केवल एक नल लगा है, वह भी इतना धीमा चलता है कि 10 लीटर का डिब्बा भरने में 15 से 20 मिनट लग जाते हैं। एक नल से करीब 50 घरों के लोग पानी भरते हैं। जब भी पानी आता है, भरने वालों की लंबी लाइन लग जाती है। पानी को लेकर आए दिन विवाद भी होते हैं।
मोहल्ला- नारंगी बाग
स्थिति: जिस तालाब से शहर को जलापूर्ति, वहीं के लोग प्यासे हैं। एक डिब्बा पानी के लिए दो से तीन किलोमीटर का चक्कर काट रहे हैं। तब भी मुश्किल से पानी मिल पा रहा है।
मोहल्ला वार्ड -3 इंद्रपुरी
स्थिति: नल में पानी नहीं आ रहा। नटबाबा के पीछे की ओर का सार्वजनिक हैंडपंप है, जहां सुबह से भीड़ रहती है। एक डिब्बा पानी के लिए घंटों इंतजार करना और भटकना पड़ रहा है।
शहर में पानी तय समय पर सप्लाई किया जाता है। जहां पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पहुंच रहा है, वैकल्पिक प्रबंध किए हैं। पानी नहीं मिलने पर त्वरित निराकरण किया जा रहा है। -शशि कपूर गढ़पाले, सीएमओ नपा

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