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स्वच्छता सर्वेक्षण…धरे रह गए बाजार सौंदर्यीकरण के अरमान, कैसे आगे आएगा छिंदवाड़ा

-स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 की तैयारी कागजों पर, मैदान पर नहीं दिख रहा परफारमेंस

छिंदवाड़ाMay 22, 2024 / 05:27 pm

manohar soni

छिंदवाड़ा. स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में बेहतर अंक लाने नगर निगम के प्रयासों में नवाचार की चुनौती साफ दिखाई दे रही है। नगर निगम का अमला 48 वार्ड में साफ-सफाई, अंतिक्रमण हटाने और पॉलीथिन पर जुर्माना करने तक सीमित है। पिछले बार 2023 में तय थीम बाजार का सौंदर्यीकरण तक नहीं कराया गया था। इसके चलते निगम देश भर में एक से दस लाख की जनसंख्या में पिछड़ गया था।
नगर निगम प्रशासन ने पिछले एक सप्ताह से ही अधिकारी-कर्मचारियों को फिर से स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 की तैयारी पर फोकस करने की जिम्मेदारी सौंपी है। अभी केवल वर्कशॉप कर अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। मैदानी स्तर पर 48 वार्ड में सफाई गाडिय़ां न पहुंचने की शिकायतें बरकरार है। अधिकारी-कर्मचारी प्रात: 7 बजे से 9 बजे एवं शाम 6 बजे से 7 बजे तक सफाई का कार्य का निरीक्षण नहीं कर रहे हैं। कचरा निस्तारण स्थल पर भी केवल कागजी योजना बन रही है। स्वच्छता सर्वे में कोई नवाचार करने की कोशिश दिखाई नहीं दे रही है। उपलब्धियों के नाम पर कोई नए कार्यक्रम की जानकारी नहीं दे पा रहे हैं। सार्वजनिक गतिविधियों का प्रचार-प्रसार भी नहीं किया जा रहा है। जबकि स्वच्छता में अच्छे अंक लाने इन्हें दिखाने की आवश्यकता है। फिलहालं ओवर ऑल 9500 अंक पर शहर की प्रतिष्ठा दांव पर है।

कहां है बाजार का सौंदयीकरण
पिछले साल 2023 में तत्कालीन कलेक्टर शीतला पटले ने नगर निगम को एक थीम पर फव्वारा चौक से गोलगंज, मानसरोवर के सामने, जेल बगीचा और कमानिया गेट से राज टॉकीज की दुकानों की पुताई-रंगाई के साथ ही बाजार के सौंदर्यीकरण का निर्णय लिया था। इस पर अधिकारी मैदान में उतरे लेकिन किसी दुकानदार से कोई दुकान की पुताई तक नहीं करा पाए।
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9500 अंकों की होगी प्रतिस्पर्धा

स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 की प्रतिस्पर्धा 9500 अंकों के लिए होगी। इसमें सबसे ज्यादा 60 प्रतिशत अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस पर है। जबकि सर्टिफिकेशन पर 26 प्रतिशत तो 14 प्रतिशत जनजागरुकता के लिए रहेंगे। इस बार भी थ्रीआर यानी रीड्यूज, रीयूज व रीसाइकिल और बैकलेन (घर के पीछे की गली) पर फोकस किया जाएगा। बैकलेन की अवधारणा स्वच्छता अभियान में पहली बार शामिल की गई है। इस पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

इनका कहना है…

लोकसभा चुनाव की आचार संहिता समाप्त होने के बाद नगर निगम का ध्यान स्वच्छता सर्वेक्षण-2024 की तैयारियों पर भी केन्द्रित होगा। इस बार भी देश में अव्वल आने के प्रयास होंगे।
-विक्रम अहके, महापौर।

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