मलबे और लापरवाही ने रोक दी किलकिला नदी की धारा, अधर में लटका पुल निर्माण का कार्य
अमराई घाट के पास साढ़े तीन साल से अधर में पुल का निर्माण पन्ना. धाम मोहल्ला को पुराना पन्ना से जोडऩे अमराई घाट के पास शुरू हुआ पुल का निर्माण साढ़े तीन साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। उल्टे पुल के लिए खोदे गए गड्ढे से निकले मलबे ने किलकिला नदी की धार […]
![](data:image/svg+xml,%3csvg%20xmlns=%27http://www.w3.org/2000/svg%27%20version=%271.1%27%20width=%27400%27%20height=%27266%27/%3e)
![खोदे गड्ढे से निकले मलबे से पटी नदी](/_next/image?url=https%3A%2F%2Fcms.patrika.com%2Fwp-content%2Fuploads%2F2024%2F06%2Fpanna-vik-0922.jpg%3Ffit%3Dcover%2Cgravity%3Dauto%2Cquality%3D75&w=828&q=75)
खोदे गड्ढे से निकले मलबे से पटी नदी
अमराई घाट के पास साढ़े तीन साल से अधर में पुल का निर्माण पन्ना. धाम मोहल्ला को पुराना पन्ना से जोडऩे अमराई घाट के पास शुरू हुआ पुल का निर्माण साढ़े तीन साल बाद भी पूरा नहीं हो पाया है। उल्टे पुल के लिए खोदे गए गड्ढे से निकले मलबे ने किलकिला नदी की धार को ही रोक दी है। इससे अमराई पुल के पास शहर भर की गंदगी जमा हो गई है। गंदगी की वजह से दुर्गंध आ रही है।
खोदे गड्ढे से निकले मलबे से पटी नदी
शहर के बीच से बहने वाली किलकिला नदी में अमराई घाट पर बनाया गया पुल पुराना होने के साथ संकरा है। लोङ्क्षडग वाहनों के गुजरने से पुल में कंपन होता है और संकीर्ण होने की वजह से हादसे का डर बना रहता है। लोगों ने किलकिला नदी पर नया पुल का निर्माण करवाने की मांग उठाई। लोगों की मांग पर नए पुल के लिए 60.61 लाख रुपए की राशि स्वीकृत हुई।
पहले कोरोना, अब लापरवाही ने रोका निर्माण
निविदा प्रक्रिया के बाद ठेका कंपनी को दिसंबर 2020 में वर्क आर्डर जारी किया गया। ठेका कंपनी ने पुल का निर्माण शुरू किया। पुल के लिए नदी में पिलर खड़े ही हो पाए थे कि कोरोना फैल गया। कोरोना संक्रमण के चलते पुल निर्माण का काम रोक दिया गया। 2021 में पुल का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। 2022 में बारिश के बाद ठेका कंपनी ने निर्माण शुरू करने का प्रयास किया तो प्रशासन ने जिलेभर में कम बारिश के चलते पानी की कमी होने के कारण निर्माण कार्य पर रोक लगा दी। वर्ष 2022 में भी पुल का निर्माण पूरा नहीं हो पाया। वर्ष 2023 से विभागीय लापरवाही के चलते निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है।
धार रुकी तो अमराई घाट पर जमा हो गई गंदगी
पुल बनाने के लिए नदी पर गड्ढे खोदे गए। गड्ढे से निकला मलबा बीच नदी में ही पड़ा रहा। इससे धार रुक गई। शहर के गंदे नाले और नालियां किलकिला में आकर मिलते हैं। किलकिला की धार रुकने से अमराई घाट पर शहर भर के नालों-नालियों का गंदा पानी जमा होने लगा। गंदगी के जमाव से घाट पर दुर्गंध आ रही है।
नदी को पुनर्जीवित करने पिलर के पास का मलबा हटवाना जरूरी
अमराई घाट पर शहरभर के नाले-नालियों की गंदगी का जमाव है। मलबे की वजह से नदी आगे नहीं बह पा रही है। धारा फिर से प्रवाहित करने मलबा हटाया जाना जरूरी है। मलबा नहीं हटाया गया तो गंदगी घाट पर जमा रहेगी। बारिश में आसपास रहने वाले लोगों को परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है।
किलकिला नदी को प्रदूषण मुक्त कराने नगर पालिका को मुहिम चलाना चाहिए। सबसे पहले आधे-अधूरे पुल का निर्माण कर अवरोध हटाया जाना चाहिए। जिससे धार पहले की तरह प्रवाहित हो सके।
मोहम्मद रेहान, नेता प्रतिपक्ष नपा
किलकिला नदी के पुल का निर्माण कराना हमारी प्राथमिकता में शामिल है। जल्द ही पुल का निर्माण पूरा कराया जाएगा। नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की भी योजना है।
शशिकपूर गढ़पाले, सीएमओ नपा
Hindi News/ News Bulletin / मलबे और लापरवाही ने रोक दी किलकिला नदी की धारा, अधर में लटका पुल निर्माण का कार्य