हैरानी की बात यह है कि जबेरा विधानसभा के भाजपा विधायक और राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी के क्षेत्र में आग पर काबू पाने के लिए एक भी दमकल नहीं है। यही वजह है कि दमोह से दमकल बुलाना पड़ा। करीब डेढ़ घंटे बाद दमकल नोहटा पहुंचा, जहां आइटीआई में लगी आग को बुझाने का काम शुरू हुआ, पर तब तक आग अपना काम कर चुकी थी।
-अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाए पुलिसकर्मी
आग लगने की सूचना स्थानीय पुलिस को थोड़ी देर बात मिली। हालांकि पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई थी। भवन के अंदर रखे अग्निशामक यंत्रों का उपयोग किया गया, लेकिन आग भड़क चुकी थी। इस वजह से किसी ने अंदर जाकर आग पर काबू पाने की कोशिश नहीं की।
-प्राचार्य थे छुट्टी पर, १०.३० बजे से लगना थी कक्षाएं
घटना के वक्त आइटीआई के प्राचार्य एनएस उइके अवकाश पर थे। उनकी जगह प्रभार विनोद राय को दिया गया था। आग लगने की जानकारी उन्हें स्टाफ ने दे दी थी। अच्छी बात यह रही कि घटना कक्षाएं लगने से पहले हुई। नहीं तो जनहानि हो सकती थी।
यह जलकर खाक होना बताई जा रही सामग्री
-३० कम्प्यूटर
-बड़ी संख्या में फर्नीचर
-दो लेपटॉप
-दो प्रिंटिंग मशीन
-इनवर्टर
-५ एसी
-१ स्मार्ट टीवी
-लैब पूरी जल गई
-२०१७ में में हैंड ओवर हुई थी आइटीआई बिल्डिंग।
-करीब ४ करोड़ में बना था भवन।।
-९.३० बजे की घटना।
-१०.३० बजे पहुंची थी दमोह से दमकल। ६ ब्रांच चल रही यहां
ब्रांच छात्र
इलेट्रिशियन २०
फिटर २०
बेल्डर ४०
स्टेनो ४८
मोटर मैकेनिक २४
कम्प्युटर ऑपरेटर ४८