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खेलते-खेलते बालक ने निगल लिया ब्लेड का टुकड़ा, डॉक्टरों की टीम ने सफल ऑपरेशन कर बचाई जान

मेडिकल कॉलेज में चल रहा 15 माह के बालक का इलाज

शाहडोलMay 10, 2024 / 12:07 pm

Sandeep Tiwari


मेडिकल कॉलेज में चल रहा 15 माह के बालक का इलाज
खेल-खेल में गले में निगल गया था ब्लेड, खून की करने लगा था उल्टियांशहडोल. 15 माह के बालक के गले में धारदार ब्लेड फंसने के बाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों की टीम ने बड़ा ऑपरेशन करते हुए सफल इलाज किया है। 15 माह के बालक के गले मे फंसे ब्लेड के टुकड़े को दूरबीन पद्धति से बाहर निकाला है। बताया जा रहा है कि बालक को बुधवार की रात को भर्ती कराया गया था। अनूपपुर के ग्राम अंदारी निवासी राम प्रताप सिंह का 15 माह का बालक रोहित सिंह घर के बाहर खेल रहा था। इसी वक्त धारदार ब्लेड का आधा टुकड़ा खेल-खेल में ही निगल लिया था। ब्लेड बच्चे के श्वास नली मे जाकर फंस गया था। देखते ही देखते बालक की हालत बिगड़ गई थी और उल्टी करना करना शुरू कर दिया और सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। परिजन किसी तरह बालक को लेकर मेडिकल कालेज शहडोल पहुंचे, जहां पर डॉक्टरों ने एक्सरे किया तो गले में ब्लेड का टुकड़ा फंसा दिखा। डॉ इजहार खान ने डॉक्टर उमेश पटेल एवं डॉक्टर ऋतु के साथ सुबह दूरबीन पद्धति से बच्चे के गले मे फंसी हुईं वस्तु को बाहर निकाला और बालक की जान बचाई। बताया जा रहा है कि बालक ने ब्लेड को चबा दिया था, जिससे श्वास नली मे जाकर फंस गई थी। बच्चा अब पूरी तरह स्वस्थ है।
बिना रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहे 7 डेंटल क्लीनिक संचालकों को नोटिस जारी
बिना रजिस्ट्रेशन के डेंटल क्लीनिक व फिजियोथेरपी संचालित करने पर सात लोगों को नोटिस जारी किया गया है। इसमें छह शहडोल व एक बुढ़ार के क्लीनिक शामिल हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने सभी क्लीनिक संचालकों को नोटिस जारी कर सात दिवस के भीतर जवाब प्रस्तुत करने कहा है। जानकारी के अनुसार स्वास्थ्य विभाग की टीम ने नगर में संचालित डेंटल क्लीनिकों का 7 मई को आक्समिक निरीक्षण किया था। वहीं बुढ़ार में 3 मई को क्लीनिक की जांच की गई थी। जांच के दौरान टीम को क्लीनिक संचालित करनेे संबंधित रजिस्ट्रेशन नहीं पाया गया, इसके साथ अन्य कई कमियां मिली थी। निरीक्षण टीम ने जांच प्रतिवेदन तैयार कर मुख्य चिकित्सकेा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएमएचओ डॉ. अशोक कुमार लाल ने अवैध तरीके से क्लीनिक संचालित करने पर शहडोल के छह व बुढ़ार में एक डेंटल क्लीनिक संचालक को नोटिस जारी कर सात दिवस के भीतर जवाब मांगा है। समय सीमा में जवाब प्रस्तुत न करने पर प्रकरण दर्ज कराकर क्लीनिक सील कराने की कार्रवाई करने कहा है।
इन को मिली नोटिस
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने अवैध रूप से क्लीनिक संचालित करने पर शहडोल के ओरो डेंटल क्लीनिक, विद्या डेंटल, स्पर्श डेंटल, गर्ग डेंटल, ओरो हेल्थ केयर क्लीनिक पुरान बस स्टैंड व आस्था फीजियोथेरेपी सेंट जिला चिकित्सालय के सामने व बुढ़ार मेंं डेंटल होम सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने को नोटिस जारी किया है।
बुढ़ार के क्लीनिक में मिली ये कमियां
जांच टीम को बुढ़ार डेंटल होम में निरीक्षण के दौरान बीडीएस उपस्थित नहीं थे क्लीनिक में अन्य चिकित्सक उपचार करते पाए गए। 192 स्क्वायर फीट एरिया में मरीजों के वेटिंग हॉल के साथ क्लीनिक का संचालन पाया गया था, जो नियम विपरीत था। बायोमेडिकल वेस्ट के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था, अपशिष्ट पदार्थों का निष्पादन उचित तरीके से नहीं होना पाया गया। डेंटल होम में परामर्श शुल्क व चिकित्सक से परामार्श का समय दर्शाना नहीं पाया गया। वहीं डॉक्टर पर्ची में डॉ. राजकुमार गुप्ता बीडिएस दंत एवं मुख रोग विशेष दर्शाया गया था, जबकि जांच के समय क्लीनिक में दूसरे चिकित्सक उपस्थित रहे। संचालक को डिग्री व क्लीनिक संबंधि दस्तावेज के साथ सात दिनों के भीतर जवाब प्रस्तुत करने नोटिस जारी किया गया है।

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