भिलाई/दुर्ग. बहुचर्चित जनशताब्दी एक्सप्रेस
ट्रेन हाइजेक मामले की सुनवाई में फिर नया मोड़ आ गया। पांच दिन पहले मामले की सुनवाई में आरोपी गैंगस्टर उपेन्द्र सिंह के लड़के प्रीतम सिंह की पहचान करने वाले इंदौर सेव भंडार के संचालक व कर्मचारी बयान से मुकर गए।
बचाव पक्ष के प्रतिपरीक्षण में दोनों गवाहों ने
गैंगस्टर के लड़के की सीधी पहचान से इंकार करते हुए न्यायालय को बताया कि पुलिस ने उन्हें बताया था कि आरोपी गैंगस्टर का लड़का है। होटल व्यवसाई टीकाराम साहू व कर्मचारी तेजेश्वर चंद्राकर पहले बयान में गैंगस्टर के लड़के द्वारा अपने दुकान से कोल्ड ड्रिंक लिए जाने की बात कहते हुए पहचानने की बात कही थी। पूर्व बयान में आरोपियों को गवाहों के सामने लाकर पहचान कराया गया था। उन्होंने कहा कि आरोपी उसके दुकान में कोल्ड ड्रिंक खरीदने वाला तो है पर वह उपेंद्र सिंह का पुत्र है यह वे नहीं जानते। उन्हें पुलिस ने बताया था कि आरोपी गैंगस्टर का लड़का है।