यह भी पढ़ें
यूपी में यह तोहफा देंगे पीएम, 2019 लोकसभा चुनाव में हो जाएगा बड़ा फायदा
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव संभल से चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके है। चुनाव लड़ने की घोषणा उन्होंने खुद की थी। रामगोपाल यादव ने 2004 में संभल से चुनाव लड़ और संसद पहुंचे। पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के सत्यपाल सिंह सैनी जीत हासिल की। यहां से सपा के सफीकुर्रहमान वर्क को शिकस्त दी थी। मोदी लहर के बाद भी बीजेपी के जीत का मार्जिन ज्यादा नहीं रहा। कैराना उपचुनाव को जीतकर 16वीं लोकसभा में खुद का खाता खोलने वाले राष्ट्रीय लोक दल रालोद मुखिया चौधरी अजीत सिंह मुजफ्फरनगर और उनके बेटे व पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी कैराना से चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि कैराना और नूरपुर उपचुनाव में महागठबंधन से मिली सफलता सेे दोनों आश्वस्त और उपचुनाव में पार्टी ने बिखरा हुआ जाट-मुस्लिम वोट बैंक हासिल कर लिया है।
पीएम मोदी की बोटी.बोटी काटने के बयान को लेकर चर्चा में आए इमरान मसूद भी चुनाव लड़ने की तैयारी में है। हालाकि इस मामले में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। इमरान मूसद की माने तो महागठबंधन हो या न हो उनका चुनाव लड़ना तय है। इमरान मसूद उत्तर प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर भाजपा के सांसद राघव लखनपाल शर्मा को कड़ी टक्कर दी थी। इमरान मसूद एक बार फिर से लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट हुए है। इमरान मसूद पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दिग्गज कांग्रेस नेता व सहारनपुर से 5 बार सांसद रहे काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं। ये बेहट विधानसभा से एक बार विधायक रह चुके हैं।
वहीं मायावती बिजनौर और बुलंदशहर से चुनाव लड़ सकती है। दरअसल में गौतमबूद्धनगर मायावती का गृहजनपद है। वहीं बुलंदशहर सुरक्षित सीट है। मायावती ने 2004 में अंबेडकर सीट से चुनाव लड़ा था। मायावती चुनाव से पहले पार्टी को और मजबूत करने में लगी है। वहीं गौतमबुद्धनगर से सपा से नरेद्र भाटी चुनाव लड़ने की तैैयारी में है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजकुमार भाटी ने बताया कि नरेंद्र भाटी चुनाव लड़ेंगे। नरेंद्र भाटी मौजूदा एमएलसी है और तीन बार विधायक रह चुके है। आईएएस अधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को निलबिंत कराने को लेकर चर्चित रहे है।