दरअसल, ओमीक्रान-1 सेक्टर स्थित गौड़ अतुल्यम सोसाइटी निवासी आदित्य सोनी (22) के पिता की मृत्यु हो चुकी थी। आदित्य ही फैक्ट्री चलाता था। फ़ैक्टरी में ऑटो पार्ट्स फिनिशिंग का काम होता है। परिजनों का कहना है कि पांच जुलाई को आदित्य फ़ैक्टरी गया था। तभी उसे चाचा की दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में मौत की सूचना मिली। इसके बाद उसने अपनी मां व अन्य रिश्तेदारों को दिल्ली जाने की जानकारी कॉल और मेसेज कर दी। लेकिन आदित्य न तो दिल्ली पहुंचा और न ही वापस घर लौटा।
दोस्तों ने उगला सच इस संबंध में आदित्य की माँ नीलू ने कासना कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि आदित्य को उसके दोस्तों के साथ देखा गया था। पुलिस ने शक के आधार पर आदित्य के दो दोस्त देव और पंकज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपियों ने सच उगल दिया।
दो भाई गिरफ्तार, एक साथी फरार डीसीपी ग्रेटर नोएडा जोन राजेश कुमार सिंह ने बताया कि वारदात में गौड़ अतुल्यम सोसाइटी और उसी के ब्लॉक में रहने वाले देव भाटी और उसके भाई पंकज भाटी को गिरफ्तार किया गया है। जबकि इनका एक साथी सनी फरार है। तीनों आरोपी आदित्य के साथी हैं। इन्होंने पांच जुलाई की रात एक साथ पार्टी की थी। देव की पिछले माह शादी हुई थी। पार्टी के दौरान मजाक में आदित्य ने उसे नपुंसक कह दिया। इस बात पर देव और अन्य भड़क गए। आरोप है कि तीनों ने पहले उसे डंडे से पीटा और फिर गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपियों ने ब्रेजा कार से शव मंडी श्यामनगर क्षेत्र में जमालपुर के पास नहर में फेंक दिया।
मथुरा से बरामद हुआ शाव वहीं, एक पुराना शव मथुरा के बलदाऊ से बरामद किया गया है। जिसकी परिजनों ने आदित्य के रूप में पहचान कर ली है। आदित्य की लूटी गई शेवरेले कार, सोने की चेन, अंगूठी, कड़ा, राडो घड़ी बरामद किए गए हैं। डीसीपी ने बताया कि आरोपी देव और पंकज दोनों सगे भाई हैं। दोनों उसी सोसाइटी में रहते हैं जिसमें आदित्य रहता था जिसके चलते इनके बीच दोस्ती थी। 5 जुलाई को आदित्य और आरोपियों के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हुई थी। पुलिस इस मामले में फरार आरोपी सनी की तलाश में जुटी है।