लापरवाही: स्कूल में लड़ाई के दौरान छात्र की टूटी उंगली विश्व भारती पब्लिक स्कूल में जमा अभिभावक को प्रिंसिपल ने बुलाकर बच्चों की सुरक्षा के लिए की गई व्यवस्थाओं की जानकारी दी। मुख्य तौर पर हेल्थ, हाईजीन और सेनिटेशन पर चर्चा की गई। एक अभिभावक पीयूष कुमार ने बताया कि प्रिंसिपल ने खुद ही बच्चों की सुरक्षा के लिए चार्ट तैयार कर रखा था। उस पर चर्चा हुई। अभिभावकों ने सीसीटीवी कैमरे ठीक रखने, बस ड्राइवरों और दूसरे स्टाफ के लिए अलग से वॉशरूम की व्यवस्था करने, गार्डों की संख्या बढ़ाने, बच्चों के वॉशरूम के पास आया नियुक्त करने, बसों में मेड और गार्ड को नियमित रूप से तैनात करने और कैंटीन की व्यवस्था ठीक करने का मशविरा दिया गया।
अभिभावकों ने यह भी कहा कि सीसीटीवी के जरिए बच्चों की मॉनिटरिंग करने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया जाए। उसे नियमित चेक करने के लिए पैरेंट्स की एक कमेटी बनाई जाए। अभिभावकों ने बताया कि कई बिन्दुओं पर पॉजिटिव बातचीत हुई है। लेकिन, उसका इंफोर्समेंट कैसे होगा, यह देखने की बात होगी। उन्होंने बताया कि प्रिंसिपल ने सभी व्यवस्थाएं करने के लिए 15 दिन का समय मांगा है। उसके बाद एक बार फिर उसकी ऑडिट की जाएगी।
नोएडा के सेक्टर-61 स्थित जेएसएस पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले एक बच्चे के पिता संतोष ने बताया कि गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुई दुखद घटना के बाद से वे सब डरे हुए हैं। मंगलवार को इस बाबत स्कूल की प्रिंसिपल से बातचीत की गई। प्रिंसिपल ने अभिभावकों को भरोसा दिया कि वे बच्चों की सुरक्षा के लिए हरसंभव उपाय करेंगी। इस बीच, गौतमबुद्ध नगर के सीएमओ डॉ. अनुराग भार्गव ने भी विश्व भारती पब्लिक स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें टॉयलेट में कुछ खामियां मिलीं। उन्होंने उसे तत्काल दूर करने के निर्देश दिए। उन्होंने कैंटीन और क्लास रूम को भी देखा। डॉ. भार्गव ने बताया कि स्कूलों में आने वाले बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सभी को जागरूक होना होगा। जरा सी लापरवाही से हालात बिगड़ सकते हैं।