डीसीपी नोएडा राजेश एस ने बताया कि मुखबिर से मिले इनपुट के आधार पर पुलिस टीम पिछले एक महीने से काम कर रही थी। यह गिरोह पिछले कुछ वर्षों से सक्रिय है। 100 से अधिक कार चुराकर कश्मीर व मेरठ में सप्लाई कर चुका है। 12 से अधिक केवल ब्रेजा कार कश्मीर में सप्लाई हुई हैं। चोरी के बाद कार का इंजन व चेसिस नंबर बदल कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर दो से चार लाख रुपये में कश्मीर में बेच देते हैं। मेरठ में भी बड़े स्तर पर गाड़ियों के बेचने की बात सामने आई है।
डीसीपी नोएडा राजेश एस ने यह भी बताया कि, इस गिराेह के सदस्य कार चोरी करने के लिए एक विशेष साफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं। रेकी करने के बाद कार को पहले ब्लूटूथ से कनेक्ट करते हैं। उसके बाद एप के जरिए कार को अनलॉक कर पांच से 10 मिनट में ही चोरी कर लेते हैं। पकड़ा गया आरोपित मनोज नेहरा और अफजाल कार चोरी में माहिर है जबकि चोरी के वाहनों को खरीदने वाले दो आरोपी आदिल व अयूब फरार हैं जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।