दरअसल, घटना बहलोलपुर गांव स्थित शिव मंदिर की है। जहां देर रात मंदिर में मूर्ति और शिवलिंग को कुछ असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। सुबह जब ग्रामीण मंदिर पहुंचे तो वह मंदिर की हाल देख चौंक गए। मंदिर के अंदर खून के छीटे लगे भी लगे थे। गांव में ये खबर आग की तरह फैल गई और मौके पर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि घटना लोग में फूट पैदा करने के उद्देश्य से की गई है। इसलिए जिसने भी ये कृत्य किया है, उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।
यह भी पढ़ें-
काशी विश्वनाथ धाम-अन्नपूर्णा मंदिर के बीच दीवार विवाद थमा, जानें किस मुद्दे पर बनी बात पुलिस अधिकारी, फोरेंसिक टीम और डॉग स्क्वॉड ने की जांच डीसीपी हरीश चंद्र ने बताया कि सूचना मिलते ही थाना सेक्टर-63 पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया है। इसके साथ ही कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई है। उन्होंने बताया कि ग्राम बहलोलपुर में मूर्ति क्षतिग्रस्त अवस्था में पाई गई है। सूचना पर पुलिस अधिकारी, पुलिस बल, फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वॉड के साथ मौके पर पहुंचकर जांच की, तो पता चला एक मूर्ति क्षतिग्रस्त अवस्था में पाई गई। मौके पर कुछ रक्त भी पाया गया है, जो प्रथम दृष्टया किसी मनुष्य का प्रतीत हो रहा है, जो शीशा तोड़ते समय गिरा होगा।
यह भी पढ़ें-
26 मार्च से शुरू होगी उमरा यात्रा, सऊदी सरकार ने हटाए सभी प्रतिबंध मांस का टुकड़ा फेंकने की बात निराधार उन्होंने बताया कि कोई मांस का टुकड़ा फेंकने का तथ्य प्रकाश में नहीं आया है। मंदिर के पुजारी रात्रि के समय अपने घर पर जाकर सो गए थे, जब वह सुबह मंदिर पहुंचे मंदिर का हाल देख उन्होंने अन्य लोगों को जानकारी दी। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। मौके पर शांति व्यवस्था कायम है। एफआईआर पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है और आसपास के सीसीटीवी को भी खंगाला जा रहा है।