पुलिस अधीक्षक (साइबर अपराध) डॉ. त्रिवेणी सिंह ने बताया कि तरुण वार्ष्णेय से कुछ लोगों ने संपर्क किया और ब्रिटेन में जमीन देने के बारे में बातचीत की। आरोपियों ने उन्हें बताया कि उनके नाम का एक व्यक्ति ब्रिटेन में रहता था, जिसकी मौत हो गई है और वह मृतक की संपत्ति उनके नाम करा देंगे। सिंह ने बताया कि ठगों ने तरुण से विभिन्न खातों में करीब 60 लाख रुपए स्थानांतरित करवा लिए। ठगों ने नोएडा के आइटी इंजीनियर तरुण से कहा था कि वह 12.5 मिलियन पाउंड का मालिक हो जाएगा और अमीर बन जाएगा। तरुण के पास 8 जनवरी, 2019 को एक ई-मेल के माध्यम से संपर्क किया गया था, जिस पर ”एडवोकेट ब्रूस एडी” के नाम से हस्ताक्षर थे।
इंजीनियर को 2015 में लंदन में एक कार दुर्घटना में एक भारतीय मूल के व्यक्ति ब्रज वाष्र्णेय की मौत के बारे में सूचित किया गया था। यह दावा किया गया था कि मृतक के पास 12.5 मिलियन पाउंड थे और इंजीनियर को उनके गोत्र से मेल खाने के कारण उनके नामित के रूप में चुना गया है। साइबर क्राइम थाने के प्रभारी निरीक्षक रीता यादव तथा उनकी टीम ने अलीमुद्दीन, अनिस तथा असलीम नामक तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में असलीम साइबर ठगों को खाता उपलब्ध करवाने का काम करता है।