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नोएडा

देश के एक चोथाई हिस्से में कभी हो सकता है ब्लैक आउट, ये है बड़ी वजह

देश एक चौथाई हिस्से को रोशन करने NTPC कर्मी अपने जीवन के अंधकार को दूर करने के लिए 48 घंटे के उपवास पर

नोएडाMay 03, 2018 / 09:39 pm

Iftekhar

black out

नोएडा. पूरे भारत के एक चौथाई हिस्से को रोशन करने वाली कंपनी एनटीपीसी के कर्मचारियों ने अपने जीवन के अंधकार को दूर करने के लिए 48 घंटे से उपवास शुरू कर दिया। इस दौरान कोई भी उनकी सुध लेने नहीं आया। अपनी इस उपेक्षा से नाराज एनटीपीसी के सैकड़ों कर्मचारियों ने एनटीपीसी गेट पर इकठ्टा होकर केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी की । जल्द से जल्द मांगों को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार से गुहार लगाई । इस मौके पर इन लोगों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार का उनकी मांगों को लेकर ऐसा ही उदासीनपूर्ण रवैया अपनाए रही तो वे दो जून से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। अगर ऐसा हुआ तो देश का एक बड़ा हिस्सा ब्लैक आउट का शिकार हो सकता है।

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नोएडा के सेक्टर – 24 स्थिति एनटीपीसी के गेट नंबर दो पर सैकड़ों की तादात में 48 घंटे से उपवास पर बैठे ये एनटीपीसी के कर्मचारी जो अपनी मांगों को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी कर रहे कर्मचारियों का आरोप है कि केंद्र सरकार उनके साथ अनदेखी कर रही हैं और हमें एनटीपीसी प्रबंधन उन्हें गुमराह कर रही है।

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एनटीपीसी अखिल भारतीय कर्मचारी संघ के चैयरमेन ने बताया कि एनटीपीसी में कार्यरत कर्मचारियों की काफी समय से कई लंबित मांगों को लेकर यह आंदोलन किया जा रहा हैं। इनमें मुख्यरूप से नवीन वेतन का निर्धारण, पदोन्नति और स्थानांतरण में अनियमितता को दूर करना शामिल है। इसी लेकर कर्मचारी प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि करीब 36 घंटे बीत चुके हैं और अभी तक कोई भी अधिकारी मिलने नहीं आया है। विपरीत परिस्थियों में 21 और 22 मई को सामूहिक अवकाश पर सभी कर्मचारी जाएंगे ओर यदि फिर भी हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो पूरे भारत के सभी कर्मचारी दो जून से कामबंद कर हड़ताल पर चले जायेंगे।

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एनटीपीसी में कार्यरत कर्मचारियों की माने तो एनटीपीसी अखिल भारतीय कार्यपालक संघ के नेतृत्व में कार्यपालकों की यह दो दिवसीय भूख हड़ताल है, जिसमे हमारी मुख्य मांगों में नए वेतनमान को लागू करना, कार्यपालकों का स्थानांतरण ओर पदोन्नति के साथ साथ ओर भी कई मांगें हैं जिसके लिए संघ द्वारा एनटीपीसी प्रबंधन, केंद्र सरकार औऱ मंत्रालय को कई बार अवगत कराया जा चूका है, लेकिन बार-बार हम कार्यपालकों को सिर्फ या तो अश्वासन दिया जाता रहा हैं या फिर यह कह कर टाल दिया जाता हैं की कार्यवाही चल रही है, लेकिन कुछ भी होता नही दिख रहा हैं, जिसके विरोध में यह दो दिवसीय भूख हड़ताल की गई हैं ।

 

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अगर यही हाल रहा तो आने वाली 21 औऱ 22 मई को समस्त भारत में एनटीपीसी के करीब 12 हजार कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर चले जायेंगे और उसके बाद यदि फिर भी हमारी नहीं सुनी गई और हम कर्मचारों की मांगे नही मांगी गई तो आगामी दो जून से समस्त भारत के एनटीपीसी कर्मचारी काम बन्द कर हड़ताल पर चले जायेंगे जिससे समस्त भारत में एनटीपीसी द्वारा होने वाली विधुत आपूर्ति ठप्प जो जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी।

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