उल्लेखनीय है कि New Motor Vehicle Act 2019 लागू होने के बाद से जगह-जगह से भारी भरकम चालान की खबरें आ रही हैं। अब लोग चालान से बचने के लिए अपने वाहन के दस्तावेज पूरे करने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। वहीं कुछ ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं, जिनमें दस्तावेज पूरे होने के बाद उनके घर ई-चालान पहुंच रहे हैं। लोगों इससे अंजान हैं कि आखिर कैसे उनका ई-चालान कट रहा है।
सभी ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के लिए नहीं होता ई-चालान दरअसल, सभी ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन के लिए वाहनों का ई-चालान नहीं किया जाता है। ई-चालान रेड लाइट जंप करने, रांग साइड वाहन चलाने, दोपहिया वाहन पर तीन लोग बिठाने, बाइक पर हेलमेट नहीं पहनने, कार में सीट बेल्ट नहीं लगाने, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने आैर मानकों से अधिक रफ्तार से वाहन चलाने पर किया जा सकता है।
ये है ई-चालान की प्रकिया बता दें कि ई-चालान (इलेक्ट्रॉनिक चालान) कंप्यूटर की मदद से जैनरेट होता है। इसके तहत चौराहों पर लगे विशेष सीसीटीवी कैमरे ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों की नंबर प्लेट के फोटो खींच लेते हैं। इसके अलावा ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी अपने मोबाइल से नियमों की अवेहलना करने वालों के फोटो खींच लेते हैं। इसके बाद ट्रैफिक कंट्रोल रूम में इन फोटो को कंप्यूटर में डालकर संबंधित धाराओं में ई-चालान जारी कर दिया जाता है। फिर उसे डाक के जरिये वाहन मालिक को भेजा जाता है। साथ ही रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर एसएमएस भी भेजा जाता है।
घर बैठे पता करें ई-चालान कटा या नहीं बता दें कि चालान जब तक घर नहीं पहुंचता या एसएमएस नहीं आता तब तक ई-चालान का पता नहीं चल पाता है। अगर आपको पहले ही इसकी जानकारी चाहिए तो आप ऑनलाइन जानकारी हासिल कर सकते हैं। इसकी जानकारी के लिए आप https://echallan.parivahan.gov.in/ पर विजिट कर सकते हैं। साइट पर जाकर आप चेक चालान स्टेटस के विकल्प में वाहन नंबर, डीएल नंबर से ई-चालान की जानकारी ले सकते हैं। इसके साथ ही आप यहां ऑनलाइन भुगतान भी कर सकते हैं।