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आपकी बात, क्या सरकारें अब चिकित्सा व्यवस्था मजबूत करने पर ध्यान दे रही हैं?

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।

Feb 25, 2021 / 06:21 pm

Gyan Chand Patni

आपकी बात, क्या सरकारें अब चिकित्सा व्यवस्था मजबूत करने पर ध्यान दे रही हैं?

आपकी बात, क्या सरकारें अब चिकित्सा व्यवस्था मजबूत करने पर ध्यान दे रही हैं?

व्यवस्था में सुधार की जरूरत
आबादी के अनुरूप देश में न तो चिकित्सालय हैं, न ही चिकित्सक। अगर चिकित्सालय हैं, तो चिकित्सक नदारद। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण मरीज मौत के मुंह में चले जाते हैं। जिन अस्पतालों में विशेषज्ञ होते हैं, वहां मरीजों को रेजिडेंट डॉक्टरों के भरोसे छोड़ दिया जाता है। सरकारी अस्पतालों के मरीजों को भी जांच के लिए निजी लैब भेज दिया जाता है। निजी अस्पतालों में मरीजों को एक तरह से लूटा ही जाता है। इस व्यवस्था को सुधारने पर ध्यान देना जरूरी है। देश के हर नागरिक को इलाज सहजता से और कम से कम खर्च पर मिले, ये सरकार की जिम्मेदारी तो है ही, जनता का अधिकार भी है। चिकित्सकों के रिक्त पदों को भरा जाए। निजी क्षेत्र में जांच और मरीज को देखने की फीस एक हो।
-लता अग्रवाल, चित्तौडग़ढ़
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परिवर्तन की शुरुआत
वर्ष 2020-21 को चिकित्सा जगत में परिवर्तन को नई शुरुआत माना जा सकता है्र। यह ऐतिहासिक वर्ष होगा, जिसके दौरान केंद्र और राज्य सरकारों ने चिकित्सा के क्षेत्र में बहुत काम किया है। कोविड महामारी के विकट समय में भी चिकित्सा के क्षेत्र में सरकारी स्तर पर जो मॉनिटरिंग की गई एवं चिकित्सा सुविधाओं के मद्देनजर जो त्वरित फैसले किए गए, वह वाकई प्रशंसनीय है।
-डॉ. नयन प्रकाश गांधी, कोटा
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सेवा का क्षेत्र है चिकित्सा
सरकारें यदि चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर ध्यान दे रही हैं, तो वे निश्चित रूप से सही दिशा में आगे बढ़ रही हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य एवं न्याय का नेटवर्क जितना सशक्त होगा, उतना ही देश खुशहाल होगा। मुश्किल यह है चिकित्सा व्यवस्था से जुड़ी घोषणाएं कागजी ज्यादा होती हैं। चिकित्सा व्यवस्था यदि दुरुस्त हो रही होती तो जनता को राहत मिलती। असल में चिकित्सा क्षेत्र अब उद्योग बनता जा रहा है। चिकित्सा क्षेत्र को सिर्फ सेवा क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाए।
– डॉ.अमित कुमार दवे, डूंगरपुर
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सरकार की सक्रियता बढ़ी
चिकित्सा क्षेत्र में सरकार की सक्रियता बढ़ी है। सरकार ने गरीब और मध्य वर्ग की चिंताओं को प्राथमिकता दी है और ऐसी कई योजनाएं धरातल पर उतारी हैं, जिनका सीधा लाभ लोगों को मिल भी रहा है। देश भर के अस्पतालों में दवाओं से लेकर सर्जरी तक की कीमतें नियंत्रित की गई हंै।
-नितेश मंडवारिया, नीमच
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जनता का बुनियादी अधिकार
उत्तम चिकित्सा सुविधाएं जनता का बुनियादी अधिकार है। मुश्किल यह है कि हमारे देश में आबादी के अनुपात में चिकित्सकों की संख्या कम है। सरकारी क्षेत्र में उत्तम स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव है। निजी क्षेत्र ने इस अति महत्त्वपूर्ण सेवा को व्यवसाय में बदल दिया है। इससे आम आदमी व निम्न आय वर्ग के लोग परेशान हैं। कोरोना महामारी जैसी आपदा के बाद अब सरकारें चिकित्सा क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाने तथा आम जनता तक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिए सक्रिय हुई हैं।
-निष्ठा टहिलयानी, जयपुर
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जरूरी है निरीक्षण
सरकार को चिकित्सा व्यवस्था मजबूत करने के लिए सभी अस्पतालों में आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने चाहिए। वहां साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। सभी अस्पतालों में रेट लिस्ट चस्पा की जानी चाहिए। एक विशेष टीम गठित कर अस्पतालों का औचक निरीक्षण किया जाना चाहिए और जहां भी खामियां पाई जाती हैं, उन्हें तत्काल ठीक कराना चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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वक्त की मांग
कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार व गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराना सरकारों का लक्ष्य बना है, जो वक्त की मांग है। जनता को सस्ता और समय पर इलाज उपलब्ध करवाना सरकारों का दायित्व भी है।
-शिवजी लाल मीना, जयपुर
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कर्मचारी समझें जिम्मेदारी
सरकारें चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत व सुदृढ़ करने की दिशा में निरंतर बढ़ती जा रही हैं, लेकिन कहीं न कहीं आज भी विभागीय कार्मिकों की लापरवाही स्पष्ट रूप से देखने को मिलती है। अक्सर उपचार में लापरवाही और सुविधाओं के अभाव में नवजात, गर्भस्थ शिशु तथा अन्य मरीजों की जान चली जाती है। ऐसे में चिकित्साकर्मी अपनी जिम्मेदारी समझकर सरकार के प्रयासों को सफल बनाएं।
-सनाढ्य मंडोला, बारां
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धरातल पर भी उतरे योजनाएं
जीवन में स्वास्थ्य का अहम महत्त्व है। कहा भी जाता है कि पहला सुख निरोगी काया। निस्संदेह सरकारें निशुल्क दवा योजना व जांचें निशुल्क कर आम जनता को राहत दे रही है। यह सराहनीय कदम है, बशर्ते ऐसी योजनाएं धरातल पर भी कारगर होती रहें।
-पूरण सिंह राजावत, जयपुर
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समझ में आया चिकित्सा क्षेत्र का महत्त्व
केंद्र और राज्य सरकारें कोरोना काल के बाद चिकित्सा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए पूर्ण रूप से प्रयास कर रही हैं। बजट में चिकित्सा सुविधाओं में बढ़ोतरी करने के प्रयास हुए हैं। इससे प्रतीत होता है कि सरकारों ने चिकित्सा क्षेत्र का महत्त्व समझ लिया है।
-बिहारी लाल बालान लक्ष्मणगढ़ सीकर
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सरकार दे रही है ध्यान
वर्तमान में सरकार चिकित्सा व्यवस्था मजबूत करने पर ध्यान दे रही है। कोरोना महामारी के बाद सरकार चिकित्सा व्यवस्था को लेकर ज्यादा जागरूक दिख रही है। चिकित्सा तंत्र को मजबूत करने के लिए हमें भी सरकार की मदद करनी चाहिए।
-अन्नपूर्णा शर्मा, जयपुर

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