आदर्श फिटनेस वह है जिसमें आप खुश हैं, आप अपने दैनिक कार्य आसानी से कर रहे हैं। यदि आप वजन से परेशान हैं और उसे कम करना चाहते हैं, तो तीस से चालीस प्रतिशत खाना कच्चा लें। जैसे फल लीजिए, सब्जी या सलाद खाएं। ज्यादा पकाए गए खाने मेे पोषक तत्व और विटामिन खत्म हो जाते हैं। खाने में मौसमी फल और सब्जी सबसे बेहतर हैं। इन्हें अपने भोजन का हिस्सा जरूर बनाएं।
साथ ही आपको हर रोज पसीना जरूर निकालना चाहिए। योग अच्छी बात है, लेकिन ऐसी एक्सरसाइज भी जरूरी है, जिससे पसीना आए। जब तक पसीन नहीं निकलता आपकी एक्सरसाइज का मतलब नहीं है। ज्यादा से ज्यादा पैदल चलने की कोशिश करें। इस तरह चलें, जिससे आपको पसीना आए। धीरे-धीरे या आराम से चलने से खास फायदा नहीं होगा। तीसरी मंजिल तक जाना है तो लिफ्ट का इस्तेमाल न करें। सीढिय़ां चढऩे से बहुत सारी कैलोरी बर्न होगी।
एक-दो किलोमीटर किसी काम से जाना है, तो पैदल ही चले जाएं। साइकिल चलाएं। खाने में खास कमी नहीं करनी है, हां ज्यादा एक्सरसाइज करनी है। भूखा सोना या कम खाना समस्या का समाधान नहीं है। कम खाना खाने से आपके चेहरे की चमक कम हो जाएगी, शरीर में ताकत नहीं रहेगी। इसका फायदा क्या है? पूरा खाना खाने के बाद वजन घटाने का फायदा है। इससे आपके शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचता और आप स्वस्थ रहते हैं।
जनेेटिक कारणों से भी वजन बढ़ता है। माता-पिता मोटे होते हैं, तो बच्चे मोटे हो जाते हैं। भूख नहीं होने पर भी खाने से मोटापा बढ़ता है। गलत खानपान से भी मोटापा बढ़ता है। ज्यादा नमक और ज्यादा मीठा खाने से भी वजन बढ़ता है। हार्मोन के असंतुलन से भी वजन बढ़ता है। थायराइड से भी वजन बढ़ता है। शीरीरिक सक्रियता कम होने से भी वजन बढ़ता है। ध्यान रहे देशी घी खाने से वजन नहीं बढ़ता। हां, रोटी में डालकर या मीठा डालकर घी खाने से वजन बढ़ता है। देशी घी को दाल या सब्जी में डालकर खा सकते हैं। इससे आपके चेहरे पर कांति आएगी और हड्डिया मजबूत रहेंगी।
खाने का समय सही रखें। खुश रहो। दिमाग को ठीक रखो। ध्यान रखें, सभी चीजें आपके हिसाब से नहीं चलतीं। शाकाहारी रहो। शाकाहारी खाने का मुकाबला नहीं। समय पर खाना खाओ। अपने प्रति भी ईमानदार रहो। जो पसंद हो, वह काम मन लगाकर करो। सकारात्मक रहो यानी दूसरों का भी फायदा करो, अपना भी फायदा करो। जो मेहनत करता है, उसका समय भी अच्छा रहता है।