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आपकी बात…कैंसर के बढ़ते मामलों का कारण क्या है ?

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जयपुरMay 15, 2024 / 05:27 pm

विकास माथुर

cancer
दिनचर्या में शारीरिक श्रम नहीं होना
कैंसर का एक नहीं, अनेक कारण है। उच्च वसा या उच्च चीनी वाले खाद्य पदार्थ खाने से कई तरह के कैंसर हो सकते हैं। अधिकांश लोगों की व्यायाम करने की आदत नहीं रही। दिनचर्या में शारीरिक एक्सरसाइज नहीं होती। इसके अलावा वातावरण में विषाक्त पदार्थों जैसे एस्बेस्टॉस, कीटनाशक और रेडॉन के संपर्क से भी कैंसर हो सकता है। लोगों को इसके प्रति जागरूक होना होगा।
रोहित सोलंकी पिपरिया (नर्मदापुरम ,मध्यप्रदेश)
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खेती में बढ़ते रासायनिक तत्व
कैंसर के बढ़ते हुए मामलों के अनेक कारण हैं। इसमें खेती में चाहे वह कोई भी फसल हो, दालें हो या अनाज हो। सभी में रासायनिक खाद व कीटनाशकों का उपयोग किया जाता है। बच्चों के लिए दूध भी सुरक्षित नहीं रहा। इन सबको रोकने की जरूरत है।
प्रेम कुमार पटेल, दमोह , मध्य प्रदेश
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खाने में मिलावट व प्लास्टिक का अंधाधुध प्रयोग
हर खाद्य और पेय पदार्थ में मिलावट होना, प्लास्टिक से बने पात्रों या थैलियों में खाद्य पदार्थों को रखना, परोसना, खाद्य पदार्थों को पैक्ड रखना, खाद्य सामग्री में कृत्रिम रगों व फ्लेवर्स का उपयोग करना, कृषि कार्य में खाद्यान्न, तिलहन व दालों आदि के उत्पादन में विभिन्न प्रकार के कीटनाशकों व खरपतवारनाशकों का अंधाधुंध उपयोग करना, फलों को पकाने व चमकाने में रासायनिक पदार्थों का प्रयोग करना, सब्जियों आदि की जल्द व ज्यादा मात्रा मे पैदावार के लिए दवाइयों का प्रयोग करना। पर्यावरण में प्रदूषण की उपस्थिति कैंसर के मामलों मे तीव्र वृद्धि के कारण हैं । साथ ही शराब, गुटखा, तंबाकू आदि का उपभोग तथा शारीरिक श्रम का अभाव व अनुचित खान पान भी कैंसर के मामले बढ़ा रहे हैं ।
  • रूप नारायण प्रजापति, काशपुरिया (नैनवां बूंदी)
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अनियमित जीवन शैली कैंसर की प्रमुख वजह
नशे का सेवन, अनियमित जीवनशैली व प्राचीन भारतीय जीवनशैली से अलगाव( योग, व्यायाम आदि से दूर होना) ही बढ़ते कैंसर के कारण है। भूमि प्रदूषण, अनियमित रासायनिक उर्वरकों के उपयोग से भी कैंसर का प्रसार हो रहा है। रासायनिक कारखानों से उत्पन्न होने वाली हानिकारक गैसे और उत्सर्जित पदार्थों का नदियों आदि में विसर्जन, जिससे जल प्रदूषण होता है ।
—सुरेंद्र कालवा, हनुमानगढ़
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उपभोक्तावाद व नशायुक्त जीवन से कैंसर को बढ़ावा
विभिन्न प्रकार के फर्टिलाइजर, खाद्य एवं पेय सामग्रियों में केमिकल उपयोग, पैकेट बंद खाद्य पदार्थ का उपयोग, अनियमित जीवनशैली, उपभोक्तावाद, भागदौड़ भरी जिंदगी के साथ ही दूसरों के प्रति ईर्ष्या, जलन, क्रोध और नकारात्मक विचार के साथ ही विभिन्न प्रकार के नशायुक्त जीवन के कारण कैंसर एक महामारी का रूप लेता जा रहा है।
— डॉ शिशिर मिश्रा, सीधी, एमपी
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कृत्रिम रसायनों से बढ़ता कैंसर
कैंसर के बढ़ते मामलों का कारण खाने में मिलने वाले कृत्रिम रसायन हैं। गोलगप्पों के पानी में डाला जाने वाला हरा रंग, गुड़िया के बाल वाला गुलाबी रंग युक्त रसायन, बर्फ गोला में चासनी के साथ मिलाए जाने वाले विविध रंग, और भी बहुत खाद्य पदार्थ, जिनमें रासायनिक रंग मिलाए जाते हैं। वे नुकसान करते हैं। लोगों को तंबाकू की लत से भी कैंसर फैलता है।
—नितेश पाठक,सोडाला, जयपुर
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जंक फूड का इस्तेमाल
स्वस्थ जीवन शैली व सात्विक आहार विहार का ध्यान नहीं रखने से कैंसर के मरीज बढ़ रहे हैं बाजार में अनेक प्रकार के जंक फूड उपलब्ध हैं। इन जंक फूड को लंबी अवधि तक सुरक्षित रखने के लिए रसायन मिलाए जाते हैं लेकिन इनका अत्यधिक सेवन हानिकारक है और धीरे-धीरे इससे कैंसर जैसे रोग बढ़ रहे हैं।
—लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़
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जनसंख्या के बढ़ने से कैंसर की संभावना
वैश्विक जनसंख्या की उम्र बढ़ने के साथ स्वाभाविक रूप से कैंसर विकसित होने की संभावना अधिक होती है। क्योंकि कोशिकाएं समय के साथ उत्परिवर्तन जमा करती हैं, और जितना अधिक समय तक कोई जीवित रहता है, इन उत्परिवर्तन से कैंसर होने की संभावना उतनी ही अधिक होती है। प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों, लाल मांस और फलों, सब्जियों और साबुत अनाज की कम मात्रा वाले खराब आहार से कुछ कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। शारीरिक निष्क्रियता से कुछ कैंसर विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है, संभवतः हार्मोनल असंतुलन और मोटापे के कारण। कार्सिनोजेन्स के संपर्क में आने से यानी पर्यावरण प्रदूषक जैसे वायु प्रदूषण, विकिरण और औद्योगिक प्रक्रियाओं में उपयोग किए जाने वाले कुछ रसायन शामिल हैं। सूर्य से यूवी किरणों का अत्यधिक संपर्क त्वचा कैंसर के लिए एक प्रमुख जोखिम कारक है। अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त होने से स्तन, कोलोरेक्टल और एंडोमेट्रियल कैंसर सहित कई कैंसर का खतरा बढ़ जाता है । कुछ संक्रमण: हेपेटाइटिस बी और एचपीवी (ह्यूमन पैपिलोमावायरस) जैसे वायरस के साथ दीर्घकालिक संक्रमण विशिष्ट कैंसर में योगदान कर सकते हैं। कुछ कैंसरों में एक मजबूत वंशानुगत घटक होता है।
— मनीष अंनत, जगदलपुर, बस्तर
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आधुनिक जीवनशैली का अस्वास्थ्यकर होना
कैंसर के बढते मामलाे में खराब और आधुनिक जीवनशैली का सबसे बडा हाथ है। जिसमें जंक फुड जैसे अस्वास्थ्यकर आहार का सेवन करना, धुम्रपान करना, देर तक जागना जैसी तमाम खराब आदतें जिम्मेदार हैं
—सुभाष गाैड़ जोधपुर

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