पहले हाफ में स्कोर 0-0-
पहले हाफ में आस्ट्रेलिया को एक के बाद एक दो पेनाल्टी कॉर्नर मिले थे लेकिन इंग्लैंड के गोलकीपर जॉर्ज पिनर ने दोनों को असफल करते हुए अपनी टीम के लिए जीत की उम्मीद बरकरार रखी। इसके बाद, 29वें मिनट में इंग्लैंड के भी पीसी मिला और यहां आस्ट्रेलिया के गोलकीपर लोवेल ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन किया। उन्होंने वर्ल्ड नम्बर-7 की इस कोशिश को नाकाम किया। इस कारण पहले हाफ में दोनों टीमों का स्कोर 0-0 रहा।
47वें मिनट में खुला ऑस्ट्रेलिया का खाता-
आस्ट्रेलिया ने अपने पहले मैच में जीत हासिल की थी और ऐसे में इंग्लैंड के लिए पहला मैच ड्रॉ होने के बाद इस मैच को जीतना बेहद जरूरी था। इसी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए दूसरे हाफ में उतरी इंग्लैंड ने वर्ल्ड नम्बर-1 आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने डिफेंस को मजबूत रखते हुए गोल के अवसर तलाशने की कोशिश जारी रखी। इस दौरान आस्ट्रेलिया के खिलाड़ी फ्लिन ओगिलवी ने सीधा शॉट मारते हुए गोल करने की कोशिश की लेकिन इंग्लैंड के गोलकीपर पिनर ने बेहतरीन सेव करते हुए असफल कर दिया। आस्ट्रेलिया ने दूसरा मौका हाथ से नहीं जाने दिया। जैक वेटन ने टॉम क्रेग की ओर से मिले पास को 47वें मिनट में फील्ड गोल के रूप में तब्दील करते हुए आस्ट्रेलिया का खाता खोला। इंग्लैंड ने अपनी कोशिशों को जारी रखा हुआ था।
अंतिम क्वार्टर में ऑस्ट्रेलिया ने दागे दो गोल-
आस्ट्रेलिया ने 50वें मिनट में एक बार फिर इंग्लैंड के डिफेंस को तोड़ते हुए ब्लैक गोवर्स की ओर से किए गए गोल के दम पर 2-0 से बढ़त हासिल की। 56वें मिनट में मैथ्यू स्वान की ओर से मिले पास पर वेयर ने गोल करते हुए अपनी टीम को इंग्लैंड के खिलाफ 3-0 से आगे किया। इसके बाद आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को गोल का मौका न देते हुए अंत में 3-0 से जीत हासिल की। क्वार्टर फाइनल में स्थान हासिल करने के लिए इंग्लैंड के पास तीसरा ग्रुप मैच आखिरी मौका है, जहां उसका सामना सात दिसम्बर को आयरलैंड से होगा। इसके अलावा, ग्रुप स्तर पर शीर्ष पर बरकरार रहने और क्वार्टर फाइनल में प्रवेश को पक्का करने के लिए आस्ट्रेलिया को चीन से भिड़ना है।