मंगलवार को 51 किलोग्राम भारवर्ग में निखत को देना था ट्रॉयल
बता दें कि निखत को 51 किलोग्राम भारवर्ग में महिला मुक्केबाज वानडुटिलाल से भिड़ना था। निखत ने पत्र में लिखा है कि भंडारी का यह कदम उनके और उनके पिता के लिए हैरानी भरा था। निखत ने कहा कि वह हैदराबाद से दिल्ली सिर्फ ट्रॉयल्स में हिस्सा लेने ही आई थीं।
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अपना मुकाबला न होने पर निखत ने जताई हैरानी
निखत ने अपने पत्र में लिखा है कि हमारे बीच हुई चर्चा और आपके आश्वासन के मुताबिक विश्व चैम्पियनशिप के लिए 51 किलोग्राम में मेरा ट्रॉयल होना था। लेकिन बांटे गए कार्यक्रम में वह यह देखकर हैरान रह गईं कि इसमें न तो उनका नाम था और न ही उनके भारवर्ग का ही कहीं कोई जिक्र था। उन्होंने कहा कि जबकि पहले उनका नाम और भारवर्ग तय कार्यक्रम में थे और उनका मैच पहला ही था। लेकिन आखिरी समय में आपके अधिकारियों ने मुझसे कहा कि ऑल इंडिया पुलिस की वानडुटिलाल के साथ उनका मुकाबला नहीं होगा।
निखत ने बॉक्सिंग संघ से मांगा जवाब
निखत ने पत्र में आगे लिखा है कि वह इस मुद्दे पर तुरंत जवाब चाहती हैं कि कि आखिर क्या हो रहा है और इस मुद्दे पर अंतिम फैसला क्या है। निखत ने बीएफआई अध्यक्ष अजय सिंह को लिखे ई-मेल में कहा है कि वह यह मेल बेहद निराशा और मजबूरी में लिख रही हैं। मुकाबला शुरू होने से कुछ देर पहले चयन समिति के चेयरमैन राजेश भंडारी ने बताया कि उनका मुकाबला नहीं होगा।
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चर्चा है कि उन्हें भविष्य के लिए बचाया जा रहा है
निखत ने पत्र में यह भी लिखा है कि यहां भीतरी तौर पर ऐसी चर्चा चल रही है कि उन्हें भविष्य के लिए बचाया जाए और विश्व चैम्पियनशिप में युवा उम्र में उन्हें जाया न किया जाए। उन्होंने आगे लिखा कि वह इस फैसले से हैरान हैं, क्योंकि उन्होंने 2016 में भी विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लिया था। अगर वह उस समय विश्व चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने के लिए तैयार थी तो 2019 में क्यों नहीं। यह तो तय है कि वह 2016 से ज्यादा युवा नहीं हो सकती। इसलिए यह कारण तो नहीं हो सकता।
निखत ने पारदर्शी ट्रॉयल्स की मांग की
एशियाई चैम्पियनशिप की पदक विजेता निखत ने कहा कि वह भारतीय नागरिक और बीएफआई की मुक्केबाज होने के नाते सभी मुक्केबाजों के लिए पारदर्शी ट्रायल्स की मांग करती हैं। उन्होंने लिखा है कि अगर हम सभी के लिए नियम बने हैं तो सब पर समान रूप से लागू होने चाहिए। उन्होंने बीएफआई से इस मामले में दखल देने की मांग की।