सिंध के स्वास्थ्य मंत्री, मीडिया समन्वयक, मीरान यूसुफ के मुताबिक, विस्फोट में घायल हुए लोगों में से एक की हालत गंभीर है। फिलहाल, किसी के भी मौत की खबर नहीं आई है। उन्होंने कहा कि पहले घायलों में से पांच को अल मुस्तफा अस्पताल, सात को जिन्ना स्नातकोत्तर चिकित्सा केंद्र ( JPMC ), 11 को आगा खान विश्वविद्यालय अस्पताल और 10 को लियाकत नेशनल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
यूसुफ ने आगे कहा कि अधिकांश घायलों को बहुत मामूली चोटें आई है, जबकि कुछ को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। पूर्व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक साजिद सदोजई ने कहा कि मोटरसाइकिल पर सवार दो अज्ञात व्यक्तियों ने रैली में एक RGD-1 ग्रेनेड फेंका और भाग गए। उन्होंने पहले कहा था कि विस्फोट एक बम के कारण हुआ था।
सिंधुदेश रिवोल्यूशनरी आर्मी ने हमले की जिम्मेदारी
अधिकारियों ने बताया कि बैत-उल-मुकर्रम मस्जिद ( Bait-ul-Mukarram Mosque ) के पास हुए विस्फोट ने आसपास की कारों की खिड़कियों को भी चकनाचूर कर दिया। धमाके के बाद पुलिस और रेंजर्स की भारी टुकड़ी घटना स्थल पर पहुंची और जांच में जुट गई है। प्रतिबंधित सिंधुदेश रिवोल्यूशनरी आर्मी ( SRA ) ने सोशल मीडिया ( Social Media ) के माध्यम से हमले की जिम्मेदारी ली।
बता दें कि भारत सरकार की ओर से 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir ) से अनुच्छेद 370 ( Article 370 ) हटाने के खिलाफ जेआई ने एक रैली आयोजित की गई थी। जेआई प्रमुख सिराजुल हक ने ट्वीट करते हुए धमाके को ‘कायरतापूर्ण कार्य’ करार दिया है। जेआई के प्रवक्ता ज़ाहिद असकरी ने कहा कि धमाके के बाद रैली जारी रही और इसे हसन स्क्वायर में जेआई कराची के प्रमुख हाफ़िज़ नईम रहमान ने संबोधित किया। अपने भाषण में, रहमान ने कश्मीरियों के खिलाफ भारतीय अत्याचारों और रैली पर हमले की निंदा की और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की।