अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ( PM Imran Khan ) ने एक सनसनीखेज दावा किया है। इमरान खान ने कहा कि इजरायल को मान्यता देने के लिए उनपर दबाव डाला जा रहा है, लेकिन इस्लामाबाद कभी भी ‘जियोनिस्ट्स’ के साथ संबंध स्थापित नहीं करेगा।
Donald Trump ने इजराइल की एक और अरब देश से कराई दोस्ती, बहरीन के साथ समझौेते करवाए
एक टेलीविजन साक्षात्कार में इमरान खान ने यह खुलासा किया है। हालांकि उन्होंने ये साफ नहीं किया कि यह दबाव कौन बना रहा है। इमरान ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और बहरीन समेत अरब देशों के इजरायल को मान्यता देने के बाद अब इस्लामाबाद पर इजरायल को मान्यता देने के लिए कहा जा रहा है, जिसे उनकी सरकार ने खारिज कर दिया।
फिलीस्तीन के मुद्दे पर पाकिस्तान का एतराज
इमरान खान ने कहा कि जब तक इजरायल फिलीस्तीन के मुद्दे को समाधान नहीं करता है, तब तक इस्लामाबाद इजरायल को मान्यता नहीं देगा। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि इजरायल को मान्यता देने के संबंध में उनका कोई दूसरा विचार नहीं है, जब तक कि फिलीस्तीनियों को संतुष्ट कर दशकों पुराने विवाद का निपटारा नहीं किया जाता।
UAE: इस्लामिक पर्सनल लॉ में बड़ा बदलाव, मुस्लमानों को शराब पीने और लिव-इन में रहने की मिली इजाजत
जब इमरान खान से पूछा गया कि कौन इस्लाबाद पर मान्यता देने के लिए दबाव बना रहा है तो इसपर उन्होंने नाम बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी चीजें हैं, पर हम नहीं कह सकते हैं, क्योंकि हमारे साथ उनके अच्छे संबंध हैं। हालांकि इमरान खान ने यह संकेत दे ही दिए कि अमरीका पर इजरायल का प्रभाव है और इसके कारण अन्य देश दबाव बना रहे हैं।
इमरान खान ने इस बात को दोहराया कि पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना ने इजरायल को मान्यता देने से इनकार किया था और हम उन्हीं के नक्शे कदम पर चलते हुए फिलीस्तीन के प्रति अपना समर्थन जारी रखेंगे।