पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को बताय गया है कि ईंधन की आपूर्ति में कमी ने बलूचिस्तान ( Balochistan ) में पंप स्टेशनों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। क्वेटा ( Quetta ) में रिफिल की प्रतीक्षा कर रहे वाहनों की लंबी कतारें देखी गई, इसके बावजूद की ईंधन के कीमतों में तीन से चार गुना तक बढ़ोतरी हो गई हैं। कराची में स्थिति इससे भी ज्यादा गंभीर है। पंप मालिकों का कहना है कि उनके पास आपूर्ति में कमी के कारण कीमतों को कम करने का कोई विकल्प नहीं है।
इसी तरह से देश के कई अन्य हिस्सों में भी पंप मालिकों ने धमकी देते हुए कहा कि यदि इसी तरह से पेट्रोल और डीजल की आपूर्ति में कमी बनी रही तो वे परिचालन बंद कर देंगे।
पाकिस्तान में ईंधन की कमी नहीं है: अयूब खान
पाकिस्तान टुडे ने शुक्रवार को बताया कि लाहौर, पेशावर और यहां तक कि कराची और क्वेटा के कई पंप स्टेशनों ने आपूर्ती की कमी के कारण पहले ही सेवाएं बंद कर दी है। बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में स्थिति और खराब होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में आगे ऑल पाकिस्तान पेट्रोलियम रिटेलर्स एसोसिएशन ( APPRA ) के एक बयान के हवाले से कहा गया है कि मौजूदा शेयरों में सप्ताहांत में गिरावट होने की संभावना है। एपीपीआरए के अध्यक्ष समीर नजमुल हसन ने बयान में कहा, ‘हालात रविवार से रविवार (पूरे सप्ताह) तक बुरे से बुरे होते जा रहे हैं।’
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डॉन ने अपनी रिपोर्ट के मुताबिक, देश के बिजली और पेट्रोलियम मंत्री उमर अयूब खान ( Omar Ayub Khan ) ने कहा है कि तेल विपणन कंपनियां इस तरह की कमी दिखाकर नाजायज मुनाफा कमाना चाह रही है। उन्होंने कहा, ‘उनके लाइसेंस रद्द कर दिए जाएंगे,। अयूब खान ने आगे कहा कि पाकिस्तान में ईंधन की कमी नहीं है।
17 दिनों तक के लिए बचा है तेल स्टॉक
स्थानीय मीडिया आउटलेट्स द्वारा रिपोर्ट किए गए प्रांत-वार आंकड़े बताते हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों में ईंधन के भंडार अलग-अलग हैं। कुछ के पास आपूर्ति है जो सिर्फ चार दिनों तक चलेगी जबकि कुछ सिंध में अगले 20 दिनों का स्टॉक है।
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देश के पेट्रोलियम डिवीजन ने कहा है कि 272,000 टन पेट्रोल और 376,000 टन डीजल है जो क्रमशः 12 दिनों और 17 दिनों को कवर करने के लिए पर्याप्त है। पाकिस्तान की संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था के बीच कोरोना वायरस के कारण समस्याएं काफी बढ़ गई है। वर्तमान में वैश्विक कच्चे तेल की कीमतें अपेक्षाकृत सस्ती होने के बावजूद, विश्लेषकों को संदेह है कि यह पाकिस्तान के लिए मौजूदा समय में थोड़ा महंगा हो सकता है।