बेटियों के सिर से उठा पिता का साया इस हादसे में दो मासूम बेटियों पूजा व जशोदा के सिर से पिता का साया उठ गया। जिसने भी इस हादसे के बारे में सूना व अपने आंसू नहीं रोक सका। जानकारी के अनुसार गांव में रूपाराम चौधरी अपनी पत्नी तीजोदेवी व पौती जसोदा के साथ रहते थे। रूपाराम के तीन पुत्रियां है जो ससुराल जाती है। हादसे में उनके बेटे चुन्नीलाल व मोहनलाल व पोता अर्जुन भी मौत का शिकार हो गया। दो दिन पहले ही गया था अहमदाबाद
जानकारी के अनुसार रूपाराम को अपने पोते अर्जुन से मिलने की इच्छा हो रही थी। इस पर चुन्नीलाल अपने पुत्र अर्जुन के साथ गांव आया तथा दो दिन पहले ही वापस अहमदाबाद गया। गांव आने पर उसने घर में लाइट फिटिंग कार्य करवाने के लिए भी एक-दो जनों से बात की थी।
ऐसा था गांव का माहौल हादसे की सूचना मिलने पर मृतकों के रिश्तेदार एक-एक गांव में आए। लेकिन, रूपाराम को शक न हो इसलिए कोई भी उनके घर नहीं गया। ग्रामीणों एवं समाजबंधुओं ने शव नहीं आने तक रूपाराम व उनकी पत्नी को सूचना नहीं देने का निर्णय किया। कुछ लोग उनसे मिलने घर गए, लेकिन रोजर्मरा की तरह ही व्यवहार किया। वार्ड पंच रमेश कुमार सीरवी ने बताया कि चुन्नीलाल पहले रानी में पेट्रोल पम्प के सामने एक किराणे की दुकान में नौकरी करता था। बाद में अहमदाबाद में दुकान लगा दी।