लेकिन देर रात हुए आगजनी के एक हादसे ने दीपावली का मजा किरकिरा कर दिया। क्योंकि रात करीब दो बजकर 31 मिनट पर गादिया मार्केट में रहने वाला चोटिला निवासी प्रकाशसिंह पीने का पानी लेने बाजार से गादिया मार्केट पहुंचा तो उसे धूंआ उठता नजर आया। जिस पर बिल्डिंग पर लिखे नम्बर पर फोन कर सूचना दी। करीब तीन बजे तक नगर परिषद की फायर बिग्रेड मौके पर पहुंची लेकिन संकरी गली होने के कारण जहां आग लगी थी वहां तक फायर बिग्रेड पहुंच नहीं पाई। जिसके चलते ओर पाइप जोडक़र बिल्डिंग तक ले जाया गया। तीन बजे से साढ़े सात बजे तक फायर बिग्रेड के तीस से अधिक कार्मिकों ने स्थानीय व्यापारियों के सहयोग से आग पर काफी हद तक काबू पाया। उसके बाद आग में जले सामान को बाहर निकालने में जुट गए।
आग से करोड़ों का नुकसान
गादिया मार्केट के तीन मंजिला भवन में एक तरफ तीन मंजिला शोरूम (सात-सात दुकानें प्रति फ्लोर) है ओर दूसरी तरफ छह-छह दुकानें प्रति फ्लोर बनी हुई है। आगजनी से तीन मंजिला शोरूम पूरी तरह जल गया तथा दूसरी तरफ बनी छह दुकानें भी जल गई। हादसे में व्यापारियों का करोड़ों को नुकसान हुआ।
मेहनत की कमाई को स्वाहा होता देख निकलें आंसू
गादिया मार्केट चिरंजीलाल गादिया व पिन्टूभाई गादिया का बताया है। जिन्होंने मुकेश शर्मा (राधा गोविंद साड़ी) को किराए पर दे रखा है। बिल्डिंग के एक हिस्से की तीन दुकानें जितेन्द्र बंबोली ने ले रखी है। बुधवार देर रात्रि को लगी आग से व्यापारियों का करोड़ों रुपए की साडिय़ा, ड्रेसज, रेशम, मोलियों की मालाएं, साफा, शेरवानी, सजावटी सामान स्वाहा हो गया। अपनी आंखों के सामाने अपना सबकुछ जलते देख एक व्यापारी की आंखोंं से आंसू छलक गए। जिन्हें राकेश मेहता, चिराग बजाज, रिषज्ञ बंबोली, पार्षद विकास बुबकिया सहित अन्य व्यापारियों ने संभाला।
10 दमकलों ने किए कई फेरे
बताया जा रहा है कि शहर के भीतरी बाजार में अब तक की यह सबसे बड़ी आग है। जिससे करोड़ों का सामान स्वाह हो हुआ। आग पर काबू पाने के लिए ३० दमकलकर्मी, सहित दस दमकलें, कई पानी के ट्रेक्टर लगे रहे। सभापति महेन्द्र बोहरा ने बताया कि स्थिति देखते हुए जोधपुर, सोजत, तखतगढ़, सुमेरपुर व सादड़ी से भी दमकलें मंगवाई गई।
बिल्डिंग पर पांच मोबाइल टॉवर, गिरने की आशंका से पुलिस ने लोगों को हटाया
जिस भवन में आग लगी उस पर पांच मोबाइल टॉवर लगे हुए है। आग की स्थिति को देखते हुए एक टॉवर के नीचे गिरने की आशंका के चलते पुलिसकर्मियों ने मौके से भी लोगों को हटाया। गनीमत रही कि समय रहते आग पर काबू पा लिया गया वरना टॉवर गिर भी सकता था।
अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी पहुंचे
आग की सूचना मिलने पर सभापति महेन्द्र बोहरा एडीएम भागीरथ विश्नोई, एसडीएम महावीरसिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ज्योतिस्वरूप शर्मा, शहर वृत्ताधिकारी छुगसिंह सोढ़ा, कोतवाल गंगाराम खावा, औद्योगिक थानाप्रभारी निरंजन प्रताप, राकेश मेहता, पार्षद विकास बुबकिया, पुलिस व आरएससी जवान सहित कई व्यापारी व अधिकारी उपस्थित रहे।
बाजार के भीतर बिल्डिंग, आग बुझाने का संयंत्र तक नहीं
बाजार के बीच बनी इतनी बड़ी बिल्डिंग में आगजनी से निपटने के लिए आग बुझाने का सयंत्र तक नहीं लगा था। आग को काबू पाने के लिए दमकलकर्मियों ने धानमंडी के उपासरे, सर्राफा बाजार व कपड़ा मार्केट से आग बुझाने में जुटे रहे। इस दौरान रिषज्ञ बंबोली, चिराग बजाज सहित अन्य कई जने आग बुझाने में जुटे नजर आए।
आग इतनी विकराल की शोरूम के दरवाजे तक जल गए
आग इतनी विकराल थी कि शोरूम में लगे लकड़ी से बने सभी दरवाजे व कई खिड़कियां जल गई। खिड़कियों के आगे दो-तीन जगह लोहे की जालियां लगी हुई थी। जिसे दमकलकर्मियों ने तोड़ा।
संकरी गली तक नहीं पहुंच पाई दमकल
शहर के भीतरी बाजार की गलियां संकरी होने के कारण दमकल वाहन को मौके पर पहुंचे में परेशानी हुई। शोरूम जिस गली में था वह इतनी संकरी थी कि वहां तक छोटी दमकल तक नहीं पहुंच पा रही थी। ऐसे में दमकल वाहन में पाइप में ओर पाइप जोडक़र मौके पर पाइप पहुंचाया गया। दमकलकर्मियों ने आग भवन की खिड़कियां तोडक़र अंदर लगी आग को बुझाया।