scriptहादसे ने बनाया नेत्रहीन, आत्मविश्वास नहीं खोया और बन गए भारतीय नेत्रहीन टीम के कप्तान | Indian blind Cricket team captain Ajay Kumar Reddy | Patrika News
पाली

हादसे ने बनाया नेत्रहीन, आत्मविश्वास नहीं खोया और बन गए भारतीय नेत्रहीन टीम के कप्तान

भारतीय नेत्रहीन क्रिकेट टीम के कप्तान अजय कुमार रेड्डी से बातचीत

पालीNov 13, 2019 / 11:17 pm

Om Prakash Tailor

हादसे ने बनाया नेत्रहीन, आत्मविश्वास नहीं खोया और बन गए भारतीय नेत्रहीन टीम के कप्तान

हादसे ने बनाया नेत्रहीन, आत्मविश्वास नहीं खोया और बन गए भारतीय नेत्रहीन टीम के कप्तान

पाली। भगवान कोई शारीरिक कमी देता है तो उसके बदले ओर भी कई अन्य गुण हमें देताहै। नेत्रहीनता हो या अन्य कोई शारीरिक कमी उसे भूल कर अपने गुणों को
पहचानते हुए लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़े तो कोई भी मंजिल दूर नहीं
लगती। यह बात बुधवार को पत्रिका से विशेष बातचीत में भारतीय नेत्रहीन
क्रिकेट टीम के कप्तान अजयकुमार रेड्डी ने कही।
उन्होंने बताया कि वे आंधप्रदेश के मोछरला के निवासी है। उन्होंने बताया
कि वे जब चार साल के थे तब सुबह उठकर मां-मां कहते हुए अंधेरे में ही
दरवाजे की तरफ बढ़े। इस दौरान दरवाजे का हैंडल उनकी आंख में लग गया।
परिवार के लोगों ने ऑपरेशन भी करवाया लेकिन आंख की रोशनी वापस नहीं आई ओर
संक्रमण के कारण दूसरी आंख की रोशनी भी कम हो गई जो उम्र के साथ बढ़ती जा
रही है। उन्होंने बताया कि जब वे बड़े हुए तो अपनी इस कमजोरी के कारण आने
वाली परेशानियों के कारण खूब रोए कि आखिर भगवान ने उनके साथ ऐसा क्यों
किया। लेकिन उन्होंने अपना आत्मविश्वास नहीं खोया ओर शिक्षा की डोर थामे
आगे बढ़ते गए। उन्होंने बताया कि स्कूल समय से ही वे अपनी श्रेणी के
बच्चों में शिक्षा के साथ खेल में भी अव्वल थे। जिसके चलते उनकी गुम्टूर
में बैंक में सहायक मैनेजर के पद पर नौकरी लग गई और बाद में नेशनल टीम का
हिस्सा बने। उनकी शादी भी सामान्य महिला हो गई।
रेडिया पर सचिन व राहुल की क्रिकेट कॉमेड्री शुरू बने क्रिकेटर
उन्होंने बताया कि वे पढ़ाई में अव्वल रहते थे। रेडियो पर सचिन तेंदुलकर
व राहुल द्रविड़ को क्रिकेट खेलते हुए कि कामेंट्री सुनने के दौरान उनका
मन भी नेत्रहीन क्रिकेट टीम का हिस्सा बनने का हुआ। उन्होंने बताया कि
स्कूल समय से ही वे नेत्रहीन क्रिकेट टीम का हिस्सा था ओर मौका मिलने पर
भारतीय नेत्रहीन क्रिकेट टीम का हिस्सा बन गए।
पाकिस्तान को हरा दो टी-२० वल्र्ड कप जीते
उन्होंने बताया कि वे जब उपकप्तान थे तब वर्ष २०१२ में पाकिस्तान को हरा
कर टीम ने टी-२० वल्र्ड कप जीता ओर उनकी कप्तानी में वर्ष २०१७ में भी
पाकिस्तान को हरा टी-२० वल्र्ड कप जीता। वर्ष २०१४ व २०१८ में पाकिस्तान
की टीम को हरा वन-डे के दो वल्र्ड कप जीते।

Home / Pali / हादसे ने बनाया नेत्रहीन, आत्मविश्वास नहीं खोया और बन गए भारतीय नेत्रहीन टीम के कप्तान

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो