इस नए अंग्रेजी वर्ष की शुरुआत में माना जा रहा है कि ग्रहों के अनुसार 6 महीने में अलग-अलग प्रकार से व्यापार-व्यवसाय की नीति में बदलाव होंगे। अंतरराष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के प्रयास तथा भारतीय क्रियाविधि व्यावसायिक परंपरागत नीति के आधार पर बेरोजगारी की स्थिति में कमी आ सकती है। ग्रहों के राशि परिवर्तन तथा दृष्टि संबंधों से व्यावसायिक स्तर में वृदि्ध हो सकती है।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नए साल में ग्रहों की स्थिति ऐसी बन रही है कि जलवायु अलग-अलग रंग दिखाएंगी। कई जगह पर अधिक बरसात होगी तो कई जगह पर सूखा पड़ सकता है। असामान्य जलवायु का प्रभाव सेहत पर भी पड़ेगा। प्राकृतिक प्रकोप भूकंप, बाढ़ व चक्रवात आदि भी आ सकते है। केतु ग्रह के कारण बीमारी का भी प्रभाव अधिक रह सकता है।
वर्ष 2024 में मंगल, शनि व राहु ग्रह के प्रभाव के कारण राजनीतिक बदलाव अधिक हो सकते हैं। विश्व में अपने धर्म के प्रति लोगों की अधिक आस्था जागेगी। लोग आध्यात्मिक रहस्य की ओर बढ़ेंगे। अपने इतिहास तथा संस्कृतियों को संयोजित करते हुए मानसिक शांति एवं योग आदि की तरफ आकर्षित होंगे। पुरातन पद्धति व परंपरा की ओर रुझान रहेगा।