डायग्नोस्टिक हिस्टेरोलाप्रोस्कोपी निदान (डीएचएल) की जांच भी लेप्रोस्कोपी मशीन से हो सकेगी। यह एक ऐसी जांच है जिसका उपयोग महिला प्रजनन अंगों में बांझपन से संबंधित स्थितियों का मूल्यांकन करने के लिए किया जाता है। यह जांच अस्पताल में तो निशुल्क होगी, लेकिन बाहर कराने पर इसके 20-25 हजार रुपए तक लगते हैं।
पाली के साथ जो मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय खुले थे, उनमे पाली मेडिकल कॉलेज को सबसे पहले आधुनिक लेप्रोस्कोपी मशीनें मिली है। इससे अब गायनिक विभाग में भी दुरबीन से ऑपरेशन किए जा सकेंगे।
डॉ. दीपक वर्मा, नियंत्रक व प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज, पाली
पेट के अंगों को देख सकते हैं
पेट के अंगों को देखने के लिए लेप्रोस्कोप का उपयोग किया जाता है। लेप्रोस्कोप एक लंबी, पतली ट्यूब होती है। जिसके सिरे पर एक उच्च-तीव्रता वाला प्रकाश और उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरा लगा होता है। इस उपकरण को पेट की दीवार में एक छोटा सा चीरा लगाकर अन्दर डाला जाता है। कैमरे की सहायता से चिकित्सक शरीर के भीतर देखकर ऑपरेशन कर देते हैं।
डॉ. बालगोपालसिंह भाटी, यूनिट हेड, गायनिक विभाग