चने की फसल में लगने वाली हेलियोथिस लट फूलों में अंडे देती है। बाद में घेघरा में प्रवेश कर बनने वाले दाने को अंदर ही अंदर खाना शुरू कर देती है। इससे फसल उत्पादन काफी घट जाता है।
इस बार जिले में 30 हजार हैक्टेयर भूमि में चने फसल बुवाई का लक्ष्य था। इसके मुकाबले में किसानों ने एक लाख हैक्टेयर भूमि में चने की बुवाई की है। रोहट, पाली, मारवाड़ जंक्शन, सोजत बाली व सुमेरपुर क्षेत्र में चने की फसल की अधिक बुवाई हुई है।
कृषि विभाग के अधिकारियों के मुताबिक चने की फसल में इमामेथटीन बेनजोएट 5 प्रतिशत एस.जी. 250 ग्राम दवा 500 लीटर पानी में प्रति हैक्टेयर स्प्रे करना चाहिए। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि यह प्रकोप अभी प्रारम्भिक अवस्था में ही है। दवा का स्प्रे करने पर लट समाप्त हो जाएगी।
चने की फसल में हेलियोथिस लट लगी है। कृषि पर्यवेक्षक व अधिकारी खेतों में जाकर फसल को देख रहे है। किसानों को दवा स्प्रे करने की सलाह दे रहे हैं। –डॉ. मनोज अग्रवाल, सहायक निदेशक, कृषि विभाग विस्तार पाली