उन्होंने कहा कि टेल तक किसानों को पानी उपलब्ध कराने के लिए नहर की सफाई करवाई जाएंगी। बांध से कमांड क्षेत्र के किसानों की 8100 व सरदारसंमद फार्म की 3100 बीघा जमीन पर सिंचाई होगी। जिला कलक्टर मेहता ने कहा कि किसानों की मांग अनुरूप 5 प्रतिशत अधिक पानी सिंचाई के लिए देने के लिए सरदारसमंद बांध के गजसिंह से अनुरोध किया जाएगा।
विधायक ज्ञानचंद पारख ने कहा कि जिले में वर्ष 2003 से 2008 तक पक्की नहरों की मरम्मत के लिए वर्ल्ड बैंक से पैसा आया, लेकिन सरदारसमंद बांध की नहरों को निजी दर्शाने से उनकी मरम्मत नहीं हो सकी। इस कारण 30 प्रतिशत पानी की छीजत होती है। बांध के कैंचमेंट इलाके में अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जानी चाहिए।
बैठक में बाबूसिंह, पन्नालाल, लूणाराम सहित किसानों ने कमांड क्षेत्र को तीन पाण पानी देने के साथ 10 अक्टूबर से सिंचाई की पाण देने को कहा। उन्होंने 10 बीघा पर किसानों को पानी देने, अंतिम छोर तक पानी पहुंचाने, अरटिया, ढाबर चक बांडाई तक पानी उपलब्ध करवाने की बात रखी। किसानों ने बताया कि एक एमसीएफटी पानी से 25 बीघा सिंचित होता है। उन्होंने नहरों का गेज बढ़ाने के साथ नहरों की मरम्मत व सफाई कराने की मांग की। बैठक में उपखण्ड अधिकारी रोहट शक्तिसिंह, सिद्धार्थ सिंह रोहट, सरपंच जगदीशसिंह राजपुरोहित, मोहम्मद फारूक, सिंचाई विभाग के अभियंता एन.के.बालोटिया, घेवरचंद आदि मौजूद रहे।