अध्यक्षता करते हुए परिषद् के जोधपुर विभाग संयोजक डॉ. हरिसिंह राजपुरोहित ने कहा कि समाज निर्माण में साहित्य व साहित्यकारों की विशेष भूमिका है। संचालन करते हुए डॉ. शिवराज भारती ने कहा साहित्यकार को कुछ नहीं चाहिए, वह सदैव सम्मान के साथ लिखना चाहता है। आभार साहित्यकार विजयसिंह माली ने प्रकट किया। संगोष्ठी में प्रांत मंत्री कर्णसिंह बेनीवाल, डॉ. प्रेमप्रकाश पारीक, गोरखपुर विश्व विद्यालय की डॉ. दमयंती तिवारी, भोपाल के डॉ. राजेश कुमार दुबे, बीकानेर से विभा पारिक, भारतीय शिक्षण मंडल के प्रो. रमन दवे, डॉ. कामिनी ओझा, लालाराम प्रजापतए ने संबोधित किया।