रेंजर सादडी किशनसिंह राणावत, रेंजर देसूरी भैरूसिंह राठौड़, रेंजर बोखाडा जयंतीलाल, रेंजर झीलवाड़ा देवेन्द्र पुरोहित, रेंजर कुम्भलगढ़ किशोरसिंह, वनपाल बाबूलाल विश्नोई, वरदाराम मेघवाल, अन्तरकंवर, ललितसिंह, वनरक्षक ईश्वरसिंह चौहान, भेराराम विश्नोई सहित कार्मिकों ने मॉनिटरिंग की। इस बार सादडी रेंज में 12 जलस्रोत पर ट्रेप कैमरा लगाए गए थे। इसके अलावा देहरादून से आए दल के 5 सदस्य ने भी 200 अधिक कैमरे लगाकर ट्रांजिक्ट लाइन व साइन सर्वे किया।
वन्यजीवों में इजाफा होने के संकेत बुद्ध पूर्णिमा को तय कार्यक्रम अनुसार कुम्भलगढ़ वन क्षेत्र की 5 रेंज में 156 कृत्रिम प्राकृतिक वाटर होल्स पर यह गणना सम्पन्न हुई। जिसमें 300 से अधिक गणक ने भाग लिया। दो साल बाद हुई गणना के प्रारंभिक रुझान उत्साहजनक मिले। शाकाहारी, मांसाहारी वन्यजीवों में इजाफा होने के संकेत मिले। – भैरूसिंह राठौड़, कार्यवाहक सहायक वन संरक्षक, देसूरी