स्वच्छता के लिए यह बताए गुर घर-गांव में पुराने कचरे को समयबद्ध निस्तारित कराएं। गांवों में प्लास्टिक को फैलने से रोके और हर घर में प्लास्टिक घर बनाए। प्रत्येक घर में प्लास्टिक को एक बैग में एकत्रित कर बेचे।
जनप्रतिनिधि नियमित घर-घर जाकर स्वच्छता के लिए आह्वान करें। ग्राम पंचायत में आरआरसी प्लांट बनवाए। गीले और सूखे कचरे को अलग-अलग एकत्रित कर निस्तारित करें। सामुदायिक शौचालयों की नियमित सफाई सुनिश्चित कराएं।
घरों में बायोगैस प्लांट, क्षेत्र में पार्क और पुस्तकालय बनवाएं। मॉडल गांवों का करेंगे निरीक्षण जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी को 15 दिन में व विकास अधिकारी 7 दिन में कम से कम एक बार मॉडल ग्राम पंचायतों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। जिला कलक्टर एलएन मंत्री ने स्वच्छता मिशन को जीवन में उतारने को कहा। सीईओ नन्दकिशोर राजौरा ने कार्यों के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में विकास अधिकारी, एईएन सरपंच, विकास अधिकारी, जेटीओ, ठोस कचरा प्रबंधन विशेषज्ञ आदि उपस्थित रहे।