पाली में 2956 मरीज ले रहे दवा
पाली जिले में इस समय एड्स से ग्रसित 2956 मरीज एआरटी सेंटर से दवा ले रहे है। जो मरीज दवा बीच में छोड देते है। उन्हें एआरटी कार्मिकों के साथ पीएनपी संस्था फिर से दवा खाने के प्रेरित करते है। सरकार की तरफ से एड्स पीड़ित मरीजों की सहायता के लिए पालनहार योजना, अंत्योदय अन्न योजना व फ्री बस पास की योजना है। दवा लेने पर एचआइवी संक्रमित व्यक्ति कई सालों तक सामान्य जीवन जी सकता है।
साफ-सफाई का बहुत महत्व
हमारे जीवन में साफ-सफाई का बहुत महत्व है। ऐसी कई बीमारियां हैं, जो गंदगी के कारण और गंदे वातावरण में जल्दी फैलती हैं। उन बीमारियों में एचआईवी एड्स शामिल है। ऐसे में साफ-सफाई रख कर हम एचआईवी एड्स के साथ ही अन्य रोग होने की संभावनाओं को भी कम कर सकते हैं।
इस कारण होता है एड्स संक्रमण
-किसी एचआइवी संक्रमित व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन सम्पर्क करने से।
-एचआइवी संक्रमित रक्त या रक्त उत्पाद चढ़ाने से।
-एचआइवी संक्रमित सुईयां (इंजेक्शन और सीरिंज) का उपयोग करने से।
-एचआइवी संक्रमित गर्भवती स्त्री से उसके बच्चे को गर्भावस्था में या प्रसव के दौरान।
किसे करवानी चाहिए एचआइवी जांच
-एक से अधिक व्यक्तियों के साथ असुरक्षित यौन संपर्क होने पर।
-यौन रोग से पीड़ित होने पर।
-नशीली दवाओं का सेवन सुई और इंजेक्शन से करने वालों को।
-एचआइवी की जांच किए बिना रक्त चढ़ाया गया हो तो। यदि समलैंगिक संबंध हों।