ऐसे अवसर पर वास्तव में हम ईश्वर के साक्षात सानिध्य का अनुभव करते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे कई अवसर हमने देखे हैं जहां सदन में कुछ लोग बैठते हैं तो आपसी चर्चाएं होती हैं, लेकिन जहां ईश्वर का सानिध्य होता है वहां सबका केन्द्र बिंदु ईश्वर का अनुभव करता है।
आगे कहा कि नगर पालिका प्रतिवर्ष छत्रसाल जयंती मनाती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता रहे आरएस चौहान अधीक्षक डाक घर छतरपुर ने कहा कि आज बहुत ही सुखद अनुभव हो रहा है कि पवित्र नगरी में उपस्थित होकर ऐतिहासिक क्षण को लिखने जा रहे हैं। निश्चित रूप से इस कार्य के लिए प्राणनाथ ट्रस्ट के लिए सभी ट्रस्टी धन्यवाद के पात्र हैं।
प्राणनाथ का 400वां वर्ष मनाया जा रहा है। पहले हम विशेष आवरण कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय शरदपूर्णिमा के समय करना चाहते थे लेकिन किन्हीं कारणों से नहीं कर पाए। इस अवसर पर मुख्य रूप से धर्माचार्य पंडित खेमराज शर्मा, विदूषी कृष्णा शर्मा, कमला बाई शर्मा व सावित्री दुबे, पुजारी देवकरण त्रिपाठी, सहायक अधीक्षक डाक विभाग एसएस सिकरवार, इंजीनियर वीरेन्द्र कुमार शर्मा आदि उपस्थित रहे।
समाज के वृद्धजनों का सम्मान कार्यक्रम में समाज के वरिष्ठ व वृद्धजनों का सम्मान किया गया। इसमें में समाज के सबसे वरिष्ठ पूर्व न्यासी 96 वर्षीय पंडित राजशरण शर्मा, महेश कुमार शर्मा, बालकृष्ण त्रिपाठी शामिल रहे।