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एक दिन के लिए स्थगित हुई कार्यवाही…
विपक्षी सदस्य रविवार को कांग्रेस के राजभवन मार्च के दौरान हुए लाठीचार्ज पर चर्चा तथा कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे। सभाध्यक्ष विजयकुमार चौधरी और संसदीय कार्यमंत्री श्रवण कुमार बार बार हंगामा करने वाले सदस्यों से अपनी सीट पर जाने की अपील करते रहे लेकिन यह असरहीन रहा। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव इस दौरान अपनी सीट पर बैठे रहे। सभाध्यक्ष की बार बार अपील का भी उन पर असर नहीं हुआ। हंगामे के कारण सभाध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही भोजनावकाश के बाद दो बजे तक स्थगित कर डाली। भोजनावकाश के बाद भी सदन में विपक्ष उसी तरह वेल मे आकर नारेबाजी करता रहा। इसके चलते सभाध्यक्ष ने कार्यवाही मंगलवार ग्यारह बजे तक स्थगित कर दी।
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विधान परिषद भी आया हंगामे की जद में…
विधान परिषद की बैठक भी हंगामे के बीच शुरु तो हुई पर सभापति हारूण रसीद ने सदन की कार्यवाही स्थगित किए बगैर प्रश्नोत्तरकाल चलाया। विपक्ष की नेता राबड़ी देवी की जगह रामचंद्र पूर्वे अपनी सीट पर बैठे रहे और कांग्रेसी सदस्य वेल में आकर नारेबाजी करते रहे। सभापति की ओर से अपनी सीट पर लौट जाने की अपील का इन पर कोई असर नहीं रहा। बैनर लिए कांग्रेसी वेल में आकर तख्तियां लिए नारेबाजी करते रहे। इसी दौरान सभापति ने प्रश्नोत्तरकाल चलाना शुरु दिया। आरजेडी के नेता रामचंद्र पूर्वे ने कांग्रेस सदस्यों पर रविवार को हुए लाठीचार्ज पर कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश किया जिसे सभापति यह कहते हुए नामंजूर कर दिया कि पांच दिनों के लिए आयोजित बैठक में अनेक जरूरी कार्य निबटाने हैं। उनका कहना था कि विपक्ष हंगामा छोड़ अपनी सीटों पर जाकर चर्चा करे, सभी की सुनी जाएगी। विपक्ष इसे मानने को तैयार नहीं हुआ और नारेबाजी करता रहा।