मैं हूं ना, बिहार मत छोडि़ए…
संगठित गिरोहों की आशंका
हर दूसरे दिन सडक़ पर एक डकैती और रोज तीन से ज्यादा लूटमार की घटना यह बताती है कि बिहार की सडक़ों पर अपराध को अंजाम देने वाले गिरोह सक्रिय हैं। यदि पुलिस इन संगठित गिरोहों पर शिकंजा कसे, तो बिहार में सडक़ों को सुरक्षित बनाया जा सकता है।