यह था पूरा मामला
बीसलपुर नगर पालिका अध्यक्ष पर नगर पालिका के सदस्य वरूण जायसवाल ने कुछ माह पूर्व आरोप लगाये थे कि उन्होंने कुछ लोगो की एसआरएम इंटर कालेज में नियुक्ति फर्जी तरीके से करके उनसे रूपये ऐंठे है। वरूण जायसवाल के भाई अमन जायसवाल उर्फ निक्की ने एसआरएम इंटर कालेज पहुँचकर यहां नियुक्त दैनिक वेतन पर काम कर रहे तीन कर्मचारियों के मोबाइल कैमरे से बयान दर्ज किये और उसे सोशल मीडिया पर वायरल किय। जिसमें सभी ने बिना किसी वेतन के काम करना स्वीकारा।
एक कर्मी ने लगाया आरोप
एसआरएम इंटर कालेज में दैनिक वेतन पर कार्य कर रहे एक कर्मी गुलाम नबी आज़ाद ने पहले तो अमन जायसवाल को बयान दिए थे कि उसने कोई रिश्वत नहीं दी। लेकिन कुछ दिन बाद ही गुलाम नबी आजाद ने थाने में कुछ लोगो की शह पर तहरीर देते हुए बताया कि चेयरमैन नूर अहमद अंसारी ने उससे नौकरी के एवज़ में रिश्वत ली और अब वापस नहीं कर रहे।
चेयरमैन ने बताई शाजिश
बीसलपुर पालिका चेयरमैन नूर अहमद अंसारी ने खुद को बेदाग बताते हुए गुलाम नबी आज़ाद की शिकायत की है। आरोप है कि गुलाम नबी एक आतंकी प्रवत्ति का व्यक्ति है और उसके सिमी जैसे आतंकी संगठन से तार जुढ़े हुए है और जेल भी जा चुका है। गुलाम नबी भाजपा के दो मौजूदा बीजेपी विधायक व एक सभासद के हाथों की कठपुत्ली बनकर चंद रूपयों के लालच में यह सबकुछ कर रहा है। सभासद दोनों विधायकों का बेहद करीबी है और नामित अध्यक्ष बनना चाहता है।
अपर पुलिस अधीक्षक ने दिया आश्वासन
अपर पुलिस अधीक्षक रोहित मिश्र ने चेयरमैन नूर अहमद अंसारी को आश्वासन दिया है कि भले ही कोई कितना भी सत्ता रूतबा दिखाए लेकिन जो भी कार्रवाई होगी वो निष्पक्ष की जायेगी।
वहीँ नगर पालिका चेयरमैन के लगाये गए आरोपों पर गुलाम नबी ने खुद को बेक़सूर बताते हुए साजिश की बात कही है।