scriptकोलकाता हिंसा पर अमित शाह का जवाब- ‘CRPF नहीं होती तो जान बचनी मुश्किल थी’ | Amit shah targets mamata banerjee over violence in kolkata | Patrika News
राजनीति

कोलकाता हिंसा पर अमित शाह का जवाब- ‘CRPF नहीं होती तो जान बचनी मुश्किल थी’

कोलकाता हिंसा को लेकर अमित शाह की प्रेस कॉंफ्रेंस
टीएमसी पर बंगाल में लोकतंत्र का गला घोटने का आरोप
अमित शाह ने कहा- टीएमसी कराती है बंगाल में हिंसा

नई दिल्लीMay 15, 2019 / 03:50 pm

Mohit sharma

news

कोलकाता हिंसा पर अमित शाह का जवाब, तृणमूल बंगाल में घोटा जा रहा लोकतंत्र का गला

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में रोड शो के दौरान लगे हिंसा के आरोपों को लेकर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने बुधवार को प्रेस कॉफ्रेंस की। अमित शाह ने कहा कि अब तक चुनाव के 6 चरण समाप्त हो चुके हैं, इन 6 के 6 चरणों में सिवाय बंगाल के कहीं भी हिंसा नहीं हुई। उन्होंने कहा कि बंगाल में तृणमूल कांग्रेस हिंसा कराती है। यहां पर लोकतंत्र का गला घोटा जा रहा है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि मंगलवार को रोड शो के 3 घंटे पहले भाजपा के पोस्टर उतारे गए।

कोलकाता: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ शिकायत दर्ज, टीएमसी ने जारी किए हिंसा के वीडियो

https://twitter.com/ANI/status/1128538191030554624?ref_src=twsrc%5Etfw

अमित शाह ने कहा कि वह ममता दीदी को बताना चाहते हैं कि वह सिर्फ 42 सीटों पर चुनाव लड़ रहीं हैं और भाजपा देश के सभी राज्यों में चुनाव लड़ रही है । मगर कहीं पर भी हिंसा नहीं हुई, लेकिन बंगाल में हर चरण में हिंसा हुई इसका साफ मतलब है कि हिंसा TMC कर रही है। अमित शाह ने कहा कि रोड शो से पहले ही वहां लगे पोस्टर फाड़ दिए गए। रोड शो शुरू हुआ, जिसमें अभूतपूर्व जनसैलाब उमड़ा, 2.30 घंटे तक शांतिपूर्ण तरीके से रोड शो चला।

लोकसभा चुनाव 2019: प्रचार के दौरान रांची की मेयर आशा लकड़ा पर जानलेवा हमला

उन्होंने कहा कि सुबह से पूरे कोलकाता में चर्चा थी कि यूनिवर्सिटी के अंदर से आकर कुछ लोग दंगा करेंगे। पुलिस ने कोई जांच नहीं की और न ही किसी को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई। जहां ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतीमा रखी है वो जगह कमरों के अंदर है। कॉलेज बंद हो चुका था, सब लॉक हो चुका था, फिर किसने कमरे खोले। ताला भी नहीं टूटा है, फिर चाबी किसके पास थी। कॉलेज में टीएमसी का कब्जा है। वोटबैंक की राजनीति के लिए महान शिक्षाशास्त्री की प्रतिमा का तोड़ने का मतलब है कि टीएमसी की उल्टी गिनती शुरू हो गई।

दिल्ली एनसीआर में बारिश ने बदला मौसम का मिजाज, गर्मी से राहत

‘बंगाल में चुनाव आयोग मूक दर्शक’

उन्होंने कहा कि बंगाल में चुनाव आयोग मूक दर्शक बना है। चुनाव आयोग ने तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वह पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि पांचवें और छठे चरण के बाद भाजपा अकेले पूर्ण बहुमत का आंकड़ा पार कर चुकी है। सातवें चरण के बाद 300 सीटों से ज्यादा जीतकर नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनाने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह बंगाल की जनता के आक्रोश को देख चुके हैं, जैसी स्थिति वहां ममता दीदी ने बनाई है उसे जनता स्वीकार नहीं कर सकती। भाजपा अध्यक्ष बोले की अगर CRPF न होती तो मेरा वहां से बच निकलना बहुत मुश्किल था। उन्होंने कहा कि हमारे बहुत कार्यकर्ता मारे गए हैं, मुझ पर हमला होना भी स्वाभाविक था, इससे ये तय हो गया है कि TMC किसी भी हद तक जा सकती है।

 

 

 

 

Home / Political / कोलकाता हिंसा पर अमित शाह का जवाब- ‘CRPF नहीं होती तो जान बचनी मुश्किल थी’

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो