नए सांसदों को ट्रेनिंग भी कोई आम नहीं बल्कि राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी देंगे। इसमें खुदगृह मंत्री अमित शाह , परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, स्पीकर ओम बिड़ला और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद समेत कई दिग्गज शामिल हैं।
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3 जुलाई, 2019
संसद की मुख्य समिति कक्ष में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला प्रबोधन कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। वे नए सांसदों को संबोधित करेंगे और अध्यक्ष के प्रति उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराएंगे।
4 जुलाई, 2019
प्रबोधन कार्यक्रम का दूसरा दिन काफी अहम होने वाला होगा। इस दिन रक्षा मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह पहली क्लास लेंगे। वे नए सदस्यों को ‘प्रभावी सांसद कैसे बने’ विषय पर संबोधित करेंगे। इस दौरान के सवालों के जवाब भी दे सकते हैं।
दूसरी क्लास होगी बीजेपी के दिग्गज नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की। नए सांसदों को गडकरी संसदीय प्रश्न और लोकसभा में उठाए जाने वाले विषयों की जानकारी देंगे। इसके साथ ही वे इसकी पूरी प्रक्रिया के बारे में भी बताएंगे ।
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9 जुलाई, 2019
प्रबोधन कार्यक्रम के दूसरे चरण के पहले दिन की पहली क्लास राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद लेंगे। लोकसभा के सदस्य और कानून मंत्री रह चुके आजाद नए सांसदों को विधायी प्रक्रिया के बारे में बताएंगे। इसमें विधेयक, निजी विधेयक, संकल्प और प्रस्ताव पेश करने से संबंधित विषय शामिल होंगे ।
वहीं पिछली सरकार में बजट पेश कर चुके केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल नए सांसदों को बजटीय प्रक्रिया की बारीकियों से अवगत कराएंगे। इसके साथ ही बीजेडी के वरिष्ठ नेता भतृहरि माहताब संसदीय समितियों की क्लास लेंगे।
10 जुलाई, 2019
मोदी सरकार में कानून मंत्री का रुतबा रखने वाले रविशंकर प्रसाद नए सांसदों को कानून बनाने की प्रक्रिया बताएंगे। सुप्रीम कोर्ट में वकालत कर चुके रविशंकर अपने नए साथियों के सवालों के जवाब भी देंगे।
संसदीय विशेषाधिकार के बारे में जानकारी नए सदस्यों को एक संयुक्त पैनल देगा। इसमें कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी और बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी शामिल हैं। वहीं सदन में आचार-व्यवहार को लेकर केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल जानकारी देंगे।