हाथों में काले झंडे लिए तेलुगू देशम पार्टी कार्यकर्ता सड़क पर जमा हो गए और ‘अमित शाह वापस जाओ’ व ‘हम न्याय चाहते हैं’ के नारे लगाने लगे। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर नियंत्रण करने की कोशिश की। इस दौरान किसी ने पथराव कर दिया, जिससे काफिले में शामिल एक वाहन की खिड़की का शीशा टूट गया। भाजपा के कुछ स्थानीय नेताओं ने कार से उतर कर प्रदर्शनकारियों की पिटाई कर दी।
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हमले में बाल-बाल बचे शाह और परिवारपुलिस ने कहा कि हमले के दौरान बीजेपी अध्यक्ष और उनके परिजनों का वाहन क्षतिग्रस्त नहीं हुआ, लेकिन कुछ बीजेपी नेता के कार हमले की जद में आ गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को वहां से हटा दिया। इनमें से एक ने आरोप लगाया कि मोदी ने 2014 चुनावी अभियान के दौरान भगवान वंकटेश्वर की उपस्थिति में इस शहर में किए गए अपने वादे को नहीं निभाया।
राज्य के मुख्यमंत्री और टीडीप के अध्यक्ष एन. चंद्रबाबू नायडू ने शाह के काफिले पर हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा कि तेदेपा एक अनुशासन वाली पार्टी है और अनुशासन तोड़ने वालों को उन्होंने चेतावनी दी। नायडू ने कहा कि वह किसी के भी खिलाफ हिंसा और शारीरिक हमले के खिलाफ हैं।
बता दें कि पिछले महीने केंद्र सरकार द्वारा आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए गठबंधन से टीडीपी अलग हो गई थी। सीएम नायडू ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में किए गए वादों से मुकर गए हैं।