खास बात यह है कि कोर्ट के इस फैसले से नवनीत कौर राणा की लोकसभा सदस्यता खतरे में पड़ गई है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने शिवसेना के पूर्व सांसद आनंदराव अडसुल की याचिका पर यह फैसला दिया है।
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मुंबई में बंद हुआ 5 स्टार होटल, वजह जानकर रह जाएंगे दंग इसलिए बढ़ी मुश्किलदरअसल अमरावती लोकसभा सीट SC आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र था। आनंदराव का आरोप था कि नवनीत कौर राणा ने फेक प्रमाण पत्र बनवाकर यहां से लोकसभा का चुनाव लड़ा और जीता था। कोर्ट में उनकी ये बात साबित भी हो गई और कोर्ट ने नवनीत कौर राणा के जाति प्रमाण पत्र को रद्द कर दिया है। कोर्ट की ओर से प्रमाण पत्र रद्द किए जाने से अब इस सीट पर उनकी जीत भी खतरे में पड़ गई है।
कोर्ट ने दो लाख रुपए का जुर्माना
बॉम्बे हाई कोर्ट ने राणा पर दो लाख रुपए का जुर्माना भरने और छह सप्ताह के भीतर सभी प्रमाण पत्र जमा करने का आदेश दिया गया है।
पहले भी खारिज हो चुका प्रमाण पत्र
ये पहली बार नहीं है इससे पहले वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पेश किए उनके जाति प्रमाणपत्र को बॉम्बे हाईकोर्ट ने खारिज किया था। उस दौरान यह साबित हुआ था कि नवनीत कौर ने पिता के 3 फर्जी स्कूल लिविंग सर्टिफिकेट बनाकर नवनीत कौर हरभजनसिंह कुंडलेस नाम से जाति प्रमाण पत्र लिया था।
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महात्मा गांधी की पड़पोती को दक्षिण अफ्रीका में सुनाई 7 वर्ष की सजा, जानिए क्या है पूरा मामला यह चुनाव नवनीत हार गईं थीं, लेकिन 2019 के चुनाव में उन्होंने शिवसेना के आनंदराव अडसुल को अच्छे मार्जिन से हराया था। यही वजह है कि शिवसेना नेता ने उनके फर्जी प्रमाण पत्र को लेकर कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।
बता दें कि दक्षिण की मशहूर अभिनेत्री से नेता बनीं नवनीत कौर राणा अमरावती के बडनेरा विधानसभा सीट से विधायक रवि राणा की पत्नी हैं। दरअसल नवनीत कौर की रवि से मुलाकात योग गुरु बाबाराम देव के यहां हुई थी। बाबा रामदेव के यहां लगे योग कैंप में भी इन दोनों की मुलाकात हुई और बाद में दोनों की नजदीकियां बढ़ी। बाद में दोनों विवाह के बंधन में बंध गए।