आपको बता दें कि एक साल में बीजेपी मुख्याल से तीसरी शव यात्रा निकाली गई है। दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर बीजेपी के इस नए मुख्यालय का उद्घाटन फरवरी 2018 में किया गया था।
तब से अब तक बीते करीब एक साल में मुख्यालय तीन प्रमुख नेताओं की अंतिम यात्रा का साक्षी बन चुका है।
दुनिया छोड़ने से पहले अरुण जेटली ने अपने वेतन से कर गए बड़ा काम अटल बिहारी वाजपेयी से शुरू हुआ सिलसिला
बीजेपी मुख्यालय में सबसे पहले 16 अगस्त 2018 को देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर लाया गया। लंबी बीमारी के बाद उनका 93वर्ष की उम्र में निधन हो गया था।
फरवरी में हुए उद्घाटन के बाद पहली बार इस मुख्यालय में अंतिम दर्शनों के लिए किसी नेता को लाया गया था। वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ी थी।
सुषमा को दी गई अंतिम बिदाई
अटल बिहारी वाजपेयी के बाद देश की पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन ने पूरी दुनिया को स्तब्ध कर दिया। 6 अगस्त 2019 को सुषमा स्वराज ने दुनिया को अलविदा कर दिया। सुषमा स्वराज के पार्थिव शरीर को भी बीजेपी मुख्यालय में लाया गया जहां आम जनता के साथ राजनीतिक दल से जुड़े लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।