ब्रेकिंग न्यूजः निर्भया केस में दोषियों के वकील का सबसे बड़ा दावा, जब तक नहीं हो जाता केस का निपटारा तब तक फांसी संभव नहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को उनके ऊपर लगाए गए निर्भया केस से जुड़े आरोपों पर कहा, “हर व्यक्ति चाहता है दोषियों को जल्द सजा मिले। यह राजनीति करने का वक्त नहीं है। केंद्र और राज्य दोनों सरकारों को यह कोशिश करनी चाहिए कि सभी प्रक्रिया पूरी हो जाएं और दोषियों को जल्द से जल्द फांसी मिले।”
बिग ब्रेकिंगः फांसी के फैसले के खिलाफ आज निर्भया का एक दोषी पहुंच गया सुप्रीम कोर्ट, कर दिया इतना बड़ा दावा केजरीवाल ने आगे कहा,”प्रकाश जावड़ेकर जी ने कुछ कहा, स्मृति ईरानी जी ने भी कुछ कहा… एक-दूसरे पर आरोप लगाने से कुछ भी नहीं होने वाला। हमें एक ऐसा सिस्टम बनाना होगा, जिसमें दोषियों को अपराध के छह माह के भीतर फांसी दे दी जाए।”
इससे पहले केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को निर्भया कांड के दोषियों में से एक की दया याचिका खारिज करने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के प्रति आभार व्यक्त किया। स्मृति ने कहा, “मैं आज राष्ट्रपति जी का आभार जताती हूं, जिन्होंने निर्भया के एक दोषी की मर्सी पिटीशन खारिज कर दी।” केंद्रीय मंत्री ने निर्भया की मां की सरहना करते हुए कहा, “मैं निर्भया की मां को कह सकती हूं कि आपके संघर्ष को प्रणाम।”
BIG NEWS: निर्भया केस में आया नया मोड़, तिहाड़ जेल ने उठा लिया बड़ा कदम और चारों को एक साथ कर दिया मामले को लेकर स्मृति ईरानी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “एक तरफ मां न्याय की गुहार लगा रही थी, तो दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने उन्हें न्याय से दूर रखने की कोशिश की, इसलिए मैं भारतीय जनता पार्टी की महिला कार्यकर्ता होने के नाते आक्रोश व्यक्त करती हूं। केजरीवाल सरकार ने नाबालिग दोषी को सिलाई मशीन और पैसे क्यों दिए?”
स्मृति ईरानी ने कहा, “केजरीवाल सरकार से मैं कहना चाहती हूं कि जुलाई 2018 की रिव्यू पिटीशन खारिज होने के बाद भी आपकी वजह से निर्भया के दोषियों को फांसी नियत तिथि पर नहीं हो रही। आपकी सरकार को धिक्कार है।”
वहीं, केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दोषियों की सजा में देरी के लिए दिल्ली सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा था कि दिल्ली सरकार की लापरवाही के चलते दोषियों की फांसी में देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि न्याय में देरी के लिए आप सरकार जिम्मेदार है। पिछले ढाई सालों में दिल्ली सरकार ने दया याचिका दायर करने के लिए दोषियों को नोटिस जारी क्यों नहीं दिया?
देश को दहलाने वाले इस रेप-मर्डर केस में हुआ नया खुलासा, आईपीएस अधिकारी ने सीबीआई कोर्ट में बताया 16 दिसंबर, 2012 को हुई इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। छह आरोपियों ने 23 वर्षीय महिला के साथ चलती बस में मिलकर दुष्कर्म किया था और उसकी बुरी तरफ पिटाई की थी। बाद में छात्रा की मौत हो गई थी।
सभी छह आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों में से एक नाबालिग था, इसलिए उसे किशोर अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया। वहीं अन्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।