राजभवन में कांग्रेस नेताओं ने छोड़ी चिट्ठी राज्यपाल से मुलाकात नहीं होने पर कांग्रेस विधायकों ने राजभवन के अंदर एक चिट्ठी छोड़ी है। कांग्रेस पार्टी की इस पहल से एक बार फिर गोवा में सियासी हलचल तेज हो गई है। अब देखना यह है कि कांग्रेस की इस चिट्ठी पर राज्यपाल मृदुला सिन्हा क्या एक्शन लेती हैं।
भाजपा ने नेतृत्व परिवर्तन को किया खारिज गौरतलब है कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर्रिकर की बतीयत इन दिनों लगातार बिगड़ती जा रही है। पहले उनका अमेरिका में इलाज हुआ। वहीं, अब पर्रिकर दिल्ली के एम्स में भर्ती हैं। इस बीच कयास यह लगाया जा रहा था कि यहां नेतृत्व परिवर्तन हो सकता है। लेकिन, भाजपा ने इस संशय से पर्दा उठाते हुए सभी अटकलों को खारिज कर दिया। पार्टी का कहना है कि पर्रिकर ठीक हैं और वहां अभी नेतृत्व परिवर्तन नहीं होगा। इतना ही नहीं रिपोर्ट में भी यह भी कहा गया है कि पर्रिकर हॉस्पिटल से ही फाइलों का निपटारा कर रहे हैं। लेकिन, इसी बीच कांग्रेस ने एक बार फिर गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया है।
क्या है गोवा का समीकरण? गोवा में कुल चालीस विधानसभा सीट हैं। इसमें भाजपा के पास 13 सीटें, कांग्रेस के पास 17 सीटें, महाराष्ट्रवादी गोमान्तक पार्टी के पास तीन सीटे हैं। वहीं, गोवा फॉरवर्ड पार्टी के पास तीन सीटें हैं और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के पास एक सीट है। जबकि, निर्दलीय के खाते में तीन सीटे हैं। इसमें भाजपा वर्तमान में गोवा फारवर्ड पार्टी, महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी और तीन निर्दलीयों के साथ गठबंधन कर सरकार चला रही है। यहां आपको बता दें कि इससे पहले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान भी दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था, जिसे खारिज कर दिया गया। वहीं, एक बार फिर कांग्रेस ने गोवा में सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है।