कांग्रेस सांसद शशि थरूर के इस रुख को अपनी पार्टी आलाकमान के खिलाफ विरोधी तेवर भी माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि थरूर ने इस मुद्दे पर पार्टी से अलग लाइन लेकर गलत किया है।
दरअसल, त्रिवेंद्रम इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अडानी ग्रुप को लीज पर दिए जाने के फैसले के खिलाफ मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ( CM P Vijyan ) ने ऑल पार्टी मीटिंग ( All Party meeting ) बुलाई थी। इस मीटिंग में कांग्रेस नेतृत्व वाले UDF और लेफ्ट के LDF के नेता शिरकत करने पहुंचे थे। लेकिन इस बैठक से कांग्रेस नेता शशि थरूर ने दूरी बना ली।
Assembly elections : जीतन राम मांझी को मात देने के लिए आरजेडी ने उतारे 4 चेहरे, जानिए इनकी सियासी अहमियत इस मुद्दे पर ट्विट करते हुए शशि थरूर ने लिखा है कि तिरुवनंतपुरम के इतिहास को देखते हुए स्थानीय लोग फर्स्ट क्लास एयरपोर्ट के हकदार हैं। मैं तो कहूंगा कि इस फैसले के लेने में देरी हुई है। कांग्रेस सांसद थरूर ने कहा कि वह ऐसे नेता नहीं हैं जो मतदाताओं से कुछ और कहें और बाद में राजनीतिक सुविधा के हिसाब से अपनी बात से पलट जाएं।
CM Arvind Kejriwal ने कोरोना योद्धा राजू के परिवार को सौंपा 1 करोड़ का चेक, कहा – हमें सभी कोरोना वॉरियर्स पर गर्व है 3 एयरपोर्ट को लीज पर देने की योजना आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी की अगुआई में हुई कैबिनेट की बैठक में देश के 3 एयरपोर्ट को 50 सालों के लिए निजी हाथों में सौंपने का फैसला किया गया है। मोदी सरकार के इस फैसले में जयपुर, गुवाहाटी और त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट को पीपीपी मॉडल के जरिए 50 साल के लिए लीज पर देने का फैसला लिया है। केंद्र के इस फैसले का केरल सरकार और कांग्रेस विरोध कर रही है।