दिल्ली हिंसा पर कमल हासन का बड़ा बयान, कोई भी धर्म नफरत फैलाने की इजाजत नहीं देता ये हैं सोनिया गांधी के मोदी ओर केजरीवाल सरकार से 4 सवाल 1. पिछले इतवार से देश के गृह मंत्री कहां थे और वो क्या कर रहे थे?
2. दिल्ली चुनाव के बाद इंटेलिजेंस एजेंसी के द्वारा क्या जानकारी दी गई?
3. इतवार की रात से कितनी पुलिस फोर्स दंगों वाले इलाके में लगाई गई, जब ये साफ था कि दंगे और भी फैलने वाले हैं?
4. जब दिल्ली में हालात बेकाबू हो गए थे, पुलिस का कोई कंट्रोल नहीं बचा था तो अतिरिक्त सुरक्षाबलों को क्यों तैनात नहीं किया गया?
सोनिया गांधी ने दिल्ली में शांति बहाली के लिए मोदी सरकार को नेक सलाह देते हुए कहा कि हर मोहल्ले में पीस कमेटी बननी चाहिए। सीनियर सिविल सर्वेंट को हर जिले में तैनात करना चाहिए। दिल्ली के सीएम को प्रभावित इलाकों का दौरा करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने पार्टी के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
Delhi Violence: जानिए कर्फ्यू किस बला का नाम है, लागू होने पर किन-किन गतिविधियों पर लग जाता इससे पहले कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के निशाने पर सीधे तौर पर अमित शाह रहे। सोनिया गांधी ने कहा कि दिल्ली में मौजूदा स्थिति के लिए केंद्र सरकार, खास तौर से गृह मंत्री जिम्मेदार हैं। फौरन तौर से गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल भी शांति सदभाव बनाए रखने में विफल रहे हैं। दोनों सरकारों की जिम्मेदारी निभाने में विफलता के कारण देश की राजधानी में अराजक हालात बने हैं।
इस घटना के खिलाफ कांग्रेस पार्टी गुरुवार को राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालेगी। पहले ये मार्च बुधवार को ही निकाला जा रहा था, लेकिन अब इस इस मार्च को गुरुवार को निकाला जाएगा। दिल्ली हिंसा में अभी तक 20 लोगों की जान जा चुकी है। जबकि करीब 189 लोग घायल हैं।