जुलाई में थामा था बीजेपी का दामन
उत्तर गुजरात की बायड सीट पर पूर्व में कांग्रेस के विधायक रहे महेंद्र सिंह वाघेला ने अपने पिता के पिछले साल कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद अन्य दर्जन भर विधायकों के साथ पार्टी छोड़ दी थी। उनमें से अधिकांश ने कुछ ही समय बाद बीजेपी का दामन थाम लिया था। कुछ ही समय बाद उन्होंने अचानक बीजेपी में शामिल होने की घोषणा की थी।
एमजे अकबर पर स्वामी का तंज, पद पर रहने वालों को नहीं करना मानहानि का मुकदमा
शंकर सिंह ने कहा था- तोड़ दूंगा राजनीतिक संबंध
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने बेटे के इस तरह पार्टी छोड़े जाने पर नाराजगी जाहिर की थी। सीनियर वाघेला ने इस पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि अपने समर्थकों की राय जाने बिना हड़बड़ी में लिया गया यह निर्णय है जिस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि अगर यह फैसला नहीं बदला तो वह अपने पुत्र से सभी राजनीतिक संबंध तोड़ लेंगे।
बीजेपी में मची खलबली
महेंद्र सिंह वाघेला ने आज बताया कि उन्होंने बीजेपी से त्यागपत्र दे दिया है। वह फिलहाल राज्य से बाहर हैं और सोमवार या मंगलवार तक गुजरात वापसी के बाद ही अपना पक्ष विस्तार से रखेंगे। उधर बीजेपी के सूत्रों ने बताया कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को संक्षिप्त इस्तीफा भेजा है जिसमें कारण का कोई उल्लेख नहीं है। विधानसभा चुनाव के दौरान जन विकल्प मोर्चे की बाहर से अगुवाई करने वाले वाघेला ने पिछले कुछ समय से बीजेपी के खिलाफ कड़ा रूख अपना लिया है।